आज भी समाज में कई ऐसे अभिषापित लोग हैं, जो बेटी को आज भी बोझ समझते हैं. मानवता को शर्मशार करता हुआ ऐसा ही एक मामला ग्वालियर में पुलिस अधीक्षक कार्यालय में सामने आया। जब दस दिन पहले पैदा हुई बेटी को लेकर एक मां यहाँ पहुंची। जिसका आरोप है कि उसके पति ने उससे इसलिए नाता तोड़ लिया है। क्योंकि उसने एक बेटी को जन्म दिया है। पीड़िता के पति का कहना है कि उसके पति का कहना है में तुम्हारी बेटी का खर्च नहीं उठा सकता है इसलिए उसे या तो फेंक दो या बेच दो।
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दरसल ग्वालियर के उरवाई गेट निवासी एक महिला ने पुलिस अधीक्षक कार्यालय पहुंचकर बताया कि उसकी शादी 2 साल पहले 21 जून 2021 को झांसी निवासी सोमित से हुई थी। शादी के कुछ दिनों बाद से ही उनकी सास उसे निरंतर दहेज के लिए प्रताड़ित करती रहती थी। काफी समय तक सहने के बाद जब बात सर के ऊपर होगयी। तो पति से अलग रहने कि गुहार लगाई और पति के मान जाने के बाद दोनो लोग ग्वालियर में किराए से कमरा लेकर रहने लगे।
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इस दौरान वह गर्भवती हुई थी। तभी बीते 19 जुलाई को महिला ने ग्वालियर के ही कमलाराजा अस्पताल में आपरेशन से एक बेटी को जन्म दिया। तब तक सौमित उसके साथ ही था। बेटी के पैदा होने के लगभग दस दिन बाद 29 जुलाई को सोमित नौकरी पर जाने कि कहकर घर से निकल गया। देर शाम तक जब वह वापस नहीं आया तो महिला ने पति के फोन पर फोन भी लगाया। तो फोन लगातार बंद आता रहा। कुछ समय बाद जब महिला की बात सोमित से हुई तो उसका कहना तह कि अगर मेरे साथ रहना है तो उस पैदा हुई बेटी को कहीं फेंक आओ या फिर बाजार में कहीं बेच दो। क्योंकि में उसका खर्च नहीं उठा सकता हूं। महिला का कहना है कि मेरी मां अन्य लोगों के घरों में काम करके गुजारा करती है ऐसे में मैं अपनी बच्ची का लालन पालन कैसे करूं। वही इस मामले में पुलिस अधीक्षक ग्वालियर राजेश सिंह चंदेल ने मामले कि जांच कर उचित कार्रवाई का आश्वासन दिया है।
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