मुख्यालय स्थित रानी दुर्गावती चौक पर मंगलवार को हुई पुलिस और गोगपा कार्यकताओं के बीच झड़प मामले में पुलिस 24 घंटे के अंदर पुलिस ने 40 आरोपियों के सलाखों के पीछे पंहुचा दिया है. घटना के बाद से ही हिंसा में शामिल आरोपियों को हिरासत में लिया गया है,साथ ही ऐसे क़ई वाहनों के जपत होने की खबर भी है,जिसमे आरोपी घटना स्थल रानी दुर्गावती भवन पहुंचे थे।
सूत्रों की माने तो वीडियो फुटेज आदि के माध्यम से हिंसा में शामिल क़ई आरोपियों की पहचान की गई है,इनमें से करींब 3 दर्जन से अधिक लोगो को गिरफ्त में भी लिया गया है,जिन्हें आज बुधवार को न्यायालय में पेश किया गया है. सूत्रों की माने तो इस मामले में पुलिस ने हिंसा में शामिल आरोपियों के विरुद्ध हत्या के प्रयास धारा 307 सहित क़ई धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है।
देर शाम गिरफ्तार सभी आरोपियों को न्यायालय में पेश किया गया है।उमरिया मुख्यालय में जिस तरह आरोपियों ने राजनैतिक प्रदर्शन को हिंसा में तब्दील किया है,उसकी पूरे जिले में चारों ओर कड़ी भर्त्सना हो रही है,वही शहर वासी भी ऐसे लोगो पर कड़ी कार्यवाही की मांग कर रहे है।
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15 बाइक 6 पिकअप भी जप्त
उमरिया की फिजा को बदनुमा दाग देने वाले तीन दर्जन से अधिक आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।दरअसल मंगलवार को मुख्यालय स्थित स्टेशन चौराहे में जिन लोगों ने पुलिस के साथ झड़प कर क़ई पुलिस अधिकारियों को निशाना बनाया है,उनमें से 40 लोगों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। पुलिस ने इन सभी को गिरफ्तार कर बुधवार को न्यायालय में पेश किया है।
मुख्य रूप से जिन आरोपियों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है,उनमें मुख्य रूप से
- राधेश्याम काकोरीया
- सूर्यपाल सिंह अर्मो
- लोचन सिंह टेकाम
- स ह जीत सिंह
- गुड्डा परस्ते,चैन सिंह
- नरेश सिंह पठारी सरपंच
- खेलन सिंह
- जय सिंह
- बिहारी सिंह
- जगत नारायण सिंह
- चन्द्र भान सिंह
- भगवत सिंह,ज्ञानेंद्र सिंह
- वीरेंद्र सिंह,विजय सिंह
- भाव सिंह
- किरण सिंह
- देव शरण सिंह
- धनपत सिंह
- रामदयाल सिंह
- राम विशाल सिंह
- गुलभरन सिंह
- गोविंद बैगा
- रामचरित्र सिंह
- ज्ञान सिंह
- रमेश सिंह
- भदन सिंह
- बाबू राम सिंह
- ईश्वर सिंह व्हीके
- लखन सिंह
- गोकुल सिंह
- मोले सिंह
- दया राम सिंह
- जयप्रकाश सिंह
- व्रन्दावन सिंह
- अरविंद टेकाम
- ओमकार सिंह
- अंबुज सिंह
- आजेश चौधरी एवम अन्य शामिल है।
सूत्रों की माने तो इन आरोपियों के विरुद्ध पुलिस ने धारा307,395,397,149,147,148,294,323,506,336,353,332 सहित क़ई धाराओं के तहत प्रकरण पंजीबद्ध किया है।पुलिस ने इस मामले में 15 मोटर साईकल और 6 पिकअप भी जप्त किया है।प्रदर्शन की आड़ में जिस तरह सुर्खियों पर बनने हिंसक घटनाओ को अंजाम दिया गया है,दुर्भाग्यपूर्ण है।
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घटना में पुलिस कर्मी सहित नगर पलिका उमरिया के दो कर्मचारी सहित नगर रक्षा समिति का एक सदस्य घायल हुआ हैं.
- पुलिस अधीक्षक प्रतिपाल सिंह महोबिया
- मंजू शर्मा थाना
- सउनि बृजेश सिंह
- प्रभारी नौरोजाबाद अरूण द्विवेदी
- सउनि रामकृष्ण साहू
- सउनि अमरबहादुर सिंह
- आर. आत्मराम
- राहुल साहू
- प्रआर प्रमोद पटेल
- सउनि अशोक सिंह
- सउनि राम सिंह
- सउनि प्रभाकर सिंह
- सउनि पियूष गौतम
- सउनि उमेश सिंह
- उनि वेदप्रकाश, सउनि
- अवधेश सिंह
- आर अंकित सिंह
- एसडीओपी नागेन्द्र सिंह
- सउनि सुभाष यादव
- फायरब्रिगेड हेल्पर ओमप्रकाश यादव
- गोपालकचेर
- ग्राम रक्षा समित सदस्य गुलाब सिंह
ASP प्रतिपाल सिंह की बाल बाल बची जान
वहीं घटना की जानकारी मिलने के बाद अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमरिया प्रतिपाल सिंह महोबिया प्रदर्शनकारियों से संवाद करने के लिए प्रदर्शन स्थल पर पहुंचे लेकिन पहले से ही हिंसा पर उतारू आरोपियों ने एएसपी प्रतिपाल सिंह महोदिया को चारों तरफ से घेर लिया और उन पर ताबड़तोड़ वार करने लगे पास ही खड़ी फायर ब्रिगेड के वहां में ASP प्रतिपाल सिंह महोबिया बचने बचने का प्रयास कर चढ़ गए लेकिन आरोपियों ने लाठी डंडो और पत्थर से ताबड़तोड़ वार कर दिया यही नहीं जब प्रतिपाल सिंह महोबिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमरिया जब फायर ब्रिगेड से उतरकर शहर की ओर जाने लगे तब भी दर्जन भर आरोपियों ने लाठी डंडों से ताबड़तोड़ वार कर दिया साथ ही उनके गनमैन आत्माराम को भी गंभीर चोटे पहुंचा दी और सर्विस पिस्टल को भी लूट कर ले गए।
वही भीड़ को नियंत्रित करने के लिए 20 चक्र अश्रु गैस के गले का उपयोग भी किया गया भीड़ के पथराव से पुलिस से वज्र वाहन में भी टूट हो गई ।
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क्यों हुए हिंसा पर उतारू
सूत्रों की माने तो गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ता विभिन्न मांगों को लेकर जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंप रहे थे लेकिन जब उन्हें कहीं कोई अटेंशन नहीं मिला तो वह नगर बंद करने की घोषणा कर दिए लेकिन जब नगर बंद में भी सफल नहीं हुई तो हिंसा पर उतारू हो गए।