बुंदेलखंड के केदारनाथ के नाम से विख्यात श्री जटाशंकर धाम में पिछले 11 साल से रह रहे तीन सींग और तीन नेत्र वाले नंदी बाबा आस्था का केंद्र बने हुए थे।मध्यप्रदेश के छतरपुर जिले के बीजावर तहसील मे स्थित मंदिर मे नंदी बाबा का बीमारी के चलते निधन हो गया जानकारी के अनुसार काफी दिनों से नंदी बाबा की तबीयत ठीक नही चल रही थी और जटाशंकर ट्रस्ट कमेटी के द्वारा पशु चिकित्सकों के माध्यम से ईलाज करवाया जा रहा था पर स्वस्ठ मे सुधार नही हुआ और नंदी ने देह त्याग दिया जिससे संपूर्ण जटाशंकर धाम सहित आसपास के क्षेत्र मे में शोक की लहर छा गई साथ ही जटशंकर धाम भी जन सामान्य क लिए बंद रखा गया। समाधि संस्कार विधि विधान के साथ यथा स्थान पर किया गया ।
यहा जन्मे थे नंदी बाबा :
श्री जटाशंकर धाम के अध्यक्ष अरविंद अग्रवाल ने खबरीलाल को जानकारी देते हुए बताया की नंदी बाबा का जन्म किशनगढ़ निवासी लक्ष्मण यादव के घर में हुआ था। 6 वर्ष की उम्र मे जब नंदी विचरण करते हुए श्री जटाशंकर धाम पहुंचे तो धाम के ही बन कर रह गए मानों इनका जन्म श्री जटाशंकर धाम के लिए हुआ हैं। नंदी के तीन सींग साथ ही ललाट पर तीसरा नेत्र भी था जो की श्री जटाशंकर धाम में आकर्षण और विशेष आस्था के केंद्र बने हुए था।