- खेलने के लिए डोर बेल बजा रहे 6 साल के बच्चे को लगे इलेक्ट्रिक शार्ट…
- मसीहा बनकर कृष्णा ने बंचाई मासूम बच्चे की जान,
बारिश का मौसम लगते ही करंट लगने की आशंका भी बढ़ जाती है.क्योंकि अक्सर देखने में आता है की डोर बेलघर की बाहरी दीवाल में होती है और उसके आसपास की सीलन के कारण करंट दीवार में फैल जाता है. एक ऐसा ही ताजा मामला मध्य प्रदेश के शहडोल जिले से आया है,कहते हैं ना जाको राखे सांयिया मार सके ने कोय कुछ ऐसा ही कहवात शहडोल के एक परिवार में चरितार्थ हो हुआ है, जहां पडोसी के घर खेलने आए एक 6 साल मासूम बच्चा डोर बेल बजाने के दौरान करेंट की चपेट में आ गया, इस दौरान मसीहा बन कर पहुंचे पड़ोसी के बेटे ने अपनी जिंदगी दांव में लगाकर मासूम बच्चे की जान बचाई, हालाकि इस करेंट की चपेट में दोनो को झटके लगे है, मसीहा बनकर आए पड़ोसी के बेटे कृष्णा की इस सराहनीय कार्य की हर ओर तारीफ हो रही है….
शहडोल जिले के माडल रोड वार्ड नं 23 निवासी 6 साल का मासूम हैरी चावला जो की अपने नाना नानी के घर रहता है, अपने पड़ोस रहने वाले कृष्णा सेहानी के घर खेलने के लिए गया था, और खेलने के लिए दोस्त कृष्णा को बुलाने के लिए घर के बाहर खड़ी बाइक के टायर के पर चढ़कर डोर बेल के पास लटक रहे तार को पकड़ कर उसके सहारे डोर बेल बजाने का प्रयास कर ही रहा था की तार कटे होने से उस तार की करेंट की चपेट में आ गया, और मदद के लिए अपनी मां को पुकारने लगा,मदद की आवाज सुनकर मोबाइल चला रहे कृष्णा जब घर के बाहर आया और जो नजारा देखा उसके पैरो तले जमीन खिसक गई, लेकिन उसने अपने जन परवाह किए बिना उसकी जान बचाने के लिए जान जोखिम में डालकर उस बच्चे की टी शर्ट पकड़ कर टांग खींची ,जिससे वह जमीन पेले गिर गया, और हैरी की जान बच गई, इस करेंट की चपेट में आने से हैरी के हाथ में चोर आई ,जिससे वह लहूलुहान हो गया तो वही उसकी जान बचाने के दौरान कृष्णा को भी एकरेंट के झटके लगे , मसीहा बनकर आए पड़ोसी के बेटे कृष्णा की इस सराहनीय कार्य की हर ओर तारीफ हो रही है….