DM in Action : मंगलवार को जिला स्तरीय जनसुनवाई में अनुसूचित जनजाति के आवेदक राजेश सिंघाड़ के आवेदन पर कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी तत्काल सेजावता ग्राम पहुंचे, स्थल निरीक्षण किया। निरीक्षण में कलेक्टर ने पाया कि सेजावता ग्राम पंचायत के रोजगार सहायक द्वारा अपने घर के सामने परिवारिक भूमि पर पंचायत की राशि से सड़क बनवा ली है जो कि आपत्तिजनक होकर वित्तीय अनियमितता की श्रेणी में आती है। कलेक्टर ने रोजगार सहायक के विरुद्ध कार्रवाई के लिए निर्देश जारी कर दिए हैं। अन्य संबंधितों के विरुद्ध भी कार्रवाई की जाएगी।
आरोपी ने सीएम हेल्पलाइन को फर्जी तरीके से कराया था बंद :
आवेदक राजेश सिंघाड द्वारा सीएम हेल्पलाइन में शिकायत की गई थी जिसे अन्य मोबाइल नंबर से रोजगार सहायक द्वारा सीएम हेल्पलाइन को फोन किया, फर्जी तरीके से संतुष्टि कहकर शिकायत बंद करवा दी। आवेदक राजेश मंगलवार को जनसुनवाई में आया, कलेक्टर के समक्ष शिकायत की। उसकी शिकायत की गंभीरता पर कलेक्टर तत्काल जनसुनवाई पश्चात सेजावता ग्राम में पहुंचे, स्थल निरीक्षण किया। इस दौरान जनपद के मुख्य कार्यपालन अधिकारी आर.पी. करजरे, ग्राम के सरपंच तथा सचिव मौजूद थे।
अवैध कब्जे के निराकरण के लिए तहसीलदार को भेजा मौके पर :
यही नहीं कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी ने ग्राम सेजावता जाने के पहले जिला स्तरीय जनसुनवाई में कलेक्टर नरेंद्र कुमार सूर्यवंशी तथा तहसीलदार अनीता चोकोटिया द्वारा 48 आवेदनों पर निराकरण के लिए संबंधित विभागों को निर्देश जारी किए गए। जनसुनवाई में सैलाना तहसील के ग्राम मोझर निवासी सत्तू ने बताया कि प्रार्थी के पट्टे की भूमि पर आवास योजना अन्तर्गत मकान निर्माण किया गया है। प्रार्थी का परिवार गत दिनों मजदूरी करने बाहर गया हुआ था तभी गांव में ही निवास करने वाले कुछ लोगों द्वारा उनके मकान पर अनाधिकृत रुप से कब्जा कर लिया गया है। अतः उक्त मकान प्रार्थी को वापस दिलवाया जाए। ग्राम धोलावाड निवासी हीरा ने आवेदन देते हुए बताया कि प्रार्थी के आधिपत्य की भूमि पर प्रार्थी विगत कई वर्षों से खेती की जा रही है। उक्त भूमि पर किसी अन्य व्यक्ति का नाम दर्ज हो गया है जिसे सुधारकर प्रार्थी के नाम पर चढाया जाए। आवेदन निराकरण के लिए तहसीलदार शहर को भेजा गया है।