मध्य प्रदेश में एचआईवी पीड़ितों की संख्या में वृद्धि होती ही जा रही है। प्रदेश सरकार द्वारा भले ही लाख किताबें कर लिए जाएं कि इस और जन जागरूकता के कार्यक्रम किए जाते हैं लेकिन यह जन जागरूकता मात्र दिखावा ही साबित हो रही है। मध्य प्रदेश के 10 जिलों में एचआईवी पीड़ितों की बढ़ती संख्या चिंताजनक बताई जा रही है।
विंध्य में एड्स रोगियों की संख्या तेजी से बढ़ गई है । सबसे ज्यादा विंध्य में सतना जिले में एचआईवी संक्रमित रोगियों की संख्या बढ़ी है। रीवा संभाग के ग्रामीण आंचल के ज्यादातर युवा मुंबई, सूरत, गुजरात सहित बड़े शहरों में काम के लिए जाते हैं।
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एड्स के ज्यादातर मरीज ऐसे ही परिवार में मिले हैं। प्रदेश के 10 जिलों में एचआइवी संक्रमण में अचानक वृद्धि सामने आई है। सतना में तो एचआइवी पीड़ितों में भयानक उछाल आया है। यहां एक साल में 98 फीसदी मरीज बढ़ गए है। यह खुलासा राज्य एड्स नियंत्रण समिति भोपाल को जिलों से भेजे आंकड़ों से हुआ है।
इसको लेकर 12 अगस्त से जागरुकता अभियान अब स्वास्थ्य विभाग ने सतना समेत मध्य प्रदेश के इन 10 जिलों में राष्ट्रीय एड्स नियंत्रण संगठन के निर्देश पर 12 अगस्त से जागरुकता अभियान चलाया जाएगा। इसमें जनसामान्य को एचआइवी की संपूर्ण जानकारी देकर जागरुकता गतिविधियां की जाएंगी। एचआइवी संक्रमण के कारणों एवं उनसे संबंधित जोखिम के बारे में हर व्यक्ति को शिक्षित किया जाएगा।
सतना जिले में 2002 से लेकर अब तक जितने भी एड्स परीक्षण कराए गए उसमें 850 से ज्यादा एचआईवी संक्रमित लोग पाए गए हैं। पिछले एक वर्ष में लगभग 127 एचआईवी पॉजिटिव सतना जिले में दर्ज किए गए हैं ।
वहीं अगर साल 2024 की बात करें तो जनवरी से लेकर जुलाई तक 50 एचआईवी पॉजिटिव सतना जिले में दर्ज किए गए हैं जिनमें से 450 रोगी अभी भी ऐसे हैं जिनका इलाज चल रहा है