Weather Updates MP : मध्य प्रदेश में मानसून और रफ्तार पकड़ चुका है। मौसम केंद्र भोपाल के द्वारा जारी किए गए बुलेटिन में अगले 24 घंटे में अधिकतर जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है। मौसम केंद्र भोपाल के द्वारा बताया गया है कि अगले 24 घंटे में बदली सिनॉप्टिक मौसमी परिस्थितियों के कारण लगातार बारिश जारी रहेगी।
सिनोष्टिक मौसमी परिस्थितियां
समुद्र तल पर मानसून ट्रफ़ बीकानेर, बनस्थली, शिवपुरी, सीधी, चाईबासा और दीघा से होकर दक्षिण-पूर्व की ओर पूर्व-मध्य बंगाल की खाड़ी तक जा रही है।
दक्षिण झारखंड और उसके निकटवर्ती इलाकों पर चक्रवातीय परिसंचरण सक्रिय है जो की माध्य समुद्र तल से 5.8 किमी ऊपर तक फैला हुआ है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है।
एक ट्रफ़ अब दक्षिण-पूर्व राजस्थान से मध्य मध्यप्रदेश, उत्तरी छत्तीसगढ़ से होते हुए उत्तर-पश्चिम बंगाल की खाड़ी तक जा रही है तथा दक्षिण झारखंड और आसपास के इलाकों एवं गंगीय पश्चिम बंगाल के इलाकों में चक्रवाती परिसंचरण माध्य समुद्र तल से 0.9 किमी और 5.8 किमी ऊपर है और ऊंचाई के साथ दक्षिण की ओर झुका हुआ है।
वर्षा या गरज चमक के साथ बौछारें
भोपाल, विदिशा, रायसेन, सिहोर, राजगढ़, नर्मदापुरम, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, अलीराजपुर, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, शाजापुर, आगर, मंदसौर, गुना, भिंड, मुरैना, कटनी, नरसिंहपुर, छिंदवाड़ा, दमोह, पांढुर्णा जिलों में।
झाबुआ, नीमच, अशोकनगर शिवपुरी, ग्वालियर, दतिया, श्योपुरकलां, सिंगरौली, सीधी, रीवा, मऊगंज, सतना, अनुपपुर, शहडोल, उमरिया, डिंडोरी, जबलपुर, सिवनी, मंडला, बालाघाट, पन्ना, सागर, छतरपुर, टीकमगढ़, निवाड़ी, मैहर जिलों में।
अति भारी वर्षा / झंझावत के साथ वज्रपात /झोंकेदार हवाएं 30-40 किमी/घंटा अति
मंदसौर, नीमच
भारी वर्षा / झंझावत के साथ वज्रपात
सीधी, सतना, शहडोल, मैहर
अति भारी वर्षा
सिंगरौली
भारी वर्षा / झंझावत के साथ वज्रपात /झोंकेदार हवाएं 30-40 किमी/घंटा
सिहोर, राजगढ़, अलीराजपुर, झाबुआ, धार, इंदौर, रतलाम, उज्जैन, देवास, आगर, गुना, अशोकनगर, शिवपुरी, श्योपुरकला
भारी वर्षा / झंझावत के साथ वज्रपात
डिंडोरी, सिवनी
भारी वर्षा
नर्मदापुरम, शाजापुर, रीवा, मऊगंज, अनुपपुर, उमरिया, कटनी, छिंदवाड़ा, मंडला, बालाघाट, पन्ना, दमोह, छतरपुर, पांढुर्णा
झंझावत के साथ वज्रपात / झोंकेदार हवाएं 30-40 किमी/घंटा
भोपाल, विदिशा, रायसेन, बैतूल, हरदा, बुरहानपुर, खंडवा, खरगौन, बड़वानी, ग्वालियर, दतिया, भिंड, मुरैना
झंझावत के साथ वज्रपात
जबलपुर, नरसिंहपुर, सागर, टीकमगढ़, निवाड़ी
सुझाये गए कार्य –
- भारी वर्षा के कारण दृश्यता कम हो सकती है, जिससे सड़क और हवाई यातायात प्रभावित हो सकता है।
- निचले इलाकों, जिनमें सड़कें और अंडरपास शामिल हैं, में जलभराव की संभावना है, जिससे यातायात जाम और देरी हो सकती है।
- भारी वर्षा से जमा हुआ पानी जलजनित रोगों के खतरे को बढ़ा सकता है।
- झोंकेदार तेज हवाओं के कारण उड़ने वाला मलबा और कम दृश्यता हो सकती है, जिससे यात्रा और परिवहन प्रभावित हो सकते हैं। यदि संभव हो तो यात्रा करने से बचें।
- परिवहन व्यवस्था सहित निकासी के तरीके के बारे में पहले से योजना बना लें। वाहन धीरे बलाएँ और स्टीयरिंग व्हील को मजबूती से पकड़े, पुलों और ऊँची खुली सड़कों से बचें।
- मचान (स्कैफोल्डिंग) और निर्माण स्थलों से दूर रहें। ऊँचे या खुले इलाकों में न जाएँ। खुले खेतों और बाहरी गतिविधियों के दौरान बिजली गिरने का खतरा बना रहता है।
- पेड़, बिजली के खंभे, अस्थायी शेड और कमजोर संरचनाओं को नुकसान पहुंचने की संभावना है। आंधी-तूफान के दौरान खुले खेतों में कार्य करने से बचे।
- गरज-चमक के दौरान घर के अंदर रहें, खिड़कियां और दरवाजे बंद करें और यदि संभव हो तो यात्रा से बचें।
- आपातकालीन किट में आवश्यक वस्तुएं जैसे कि जल्दी खराब न होने वाला भोजन, पानी, दवाइयां, टॉर्च, बेटरी और प्राथमिक चिकित्सा किट रखें।
- सुरक्षित आश्रय लें, पेड़ों के नीचे शरण न लें तथा तूफान के दौरान जल निकायों से तुरंत बाहर निकलें। पेड़ों और बिजली की तारों से दूर रहें।
- कंक्रीट के फर्श पर न लेटें और कंक्रीट की दीवारों का सहारा न लें। इलेक्ट्रिकल/इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों के प्लग निकाल दें एवं उन सभी वस्तुओं से दूर रहें जो बिजली का संचालन करती है।
- पशुओं का विशेष ध्यान रखें, सभी जानवरों को रात के दौरान विशेष रूप से संरक्षित और सुरक्षित पशु शेड में रखा जाना चाहिए।
- भारत मौसम विज्ञान विभाग (IMD) और स्थानीय अधिकारियों जैसे आधिकारिक स्रोतों से मौसम के पूर्वानुमान और अलर्ट पर नज़र रखें।