MP News : फर्जी कंपनियों का संचालन कर अवैध संपत्ति कमाने वाला फर्जी डायरेक्टर मध्य प्रदेश के छतरपुर से गिरफ्तार हुआ है | छतरपुर जिले की नौगांव पुलिस ने एक बड़ी कार्रवाई करते हुए फर्जी कंपनियों के माध्यम से धोखाधड़ी करने वाले डायरेक्टर पंकज यादव को गिरफ्तार किया है। आरोपी के कब्जे से एक फॉर्च्यूनर लीजेंडर, एक हैरियर कार, नकदी और अन्य सामान सहित कुल 80 लाख रुपये की संपत्ति बरामद की गई है।
क्या है पूरा मामला?
नौगांव कस्बे के एक दुकानदार अफसार राइन सहित कई अन्य लोगों ने पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी कि पंकज यादव नामक व्यक्ति ने खुद को विभिन्न कंपनियों का डायरेक्टर बताकर उनके साथ छल-कपट और धोखाधड़ी की है। शिकायतों के आधार पर नौगांव थाने में भारतीय न्याय संहिता के तहत धोखाधड़ी का मामला दर्ज किया गया था।
पुलिस की जांच और कार्रवाई
पुलिस ने मामले की जांच के लिए एक विशेष टीम का गठन किया। टीम ने तकनीकी और दस्तावेजी सबूतों को बारीकी से खंगाला, जिसमें यह साबित हुआ कि पंकज यादव भविष्य निधि और म्यूचुअल बेनिफिट निधि जैसी कई फर्जी कंपनियों का संचालन कर रहा था। इन कंपनियों की कई स्थानों पर शाखाएं भी थीं।
पुलिस आरोपी की तलाश में लगातार जुटी हुई थी। आखिरकार, पुलिस टीम ने ललितपुर जिले के जखोरा थाना क्षेत्र के बंदपुरा गांव के निवासी पंकज यादव पिता अजय सिंह यादव को गिरफ्तार कर लिया।
क्या-क्या हुआ बरामद?
80 लाख की संपत्ति बरामद
आरोपी पंकज यादव के पास से पुलिस ने धोखाधड़ी में इस्तेमाल किए गए कंप्यूटर सिस्टम, प्रिंटर, ऑफिस फर्नीचर, रजिस्टर, स्टेशनरी और धोखाधड़ी से अर्जित की गई नकदी बरामद की है। इसके अलावा, अपराध की आय से खरीदी गई एक टोयोटा फॉर्च्यूनर लीजेंडर और एक टाटा हैरियर कार भी जब्त की गई है। बरामद की गई कुल संपत्ति की कीमत लगभग 80 लाख रुपये आंकी गई है।
न्यायालय में पेशी और आगे की विवेचना
पुलिस ने आरोपी पंकज यादव को न्यायालय में पेश किया है और मामले की विवेचना जारी है। पुलिस इस बात की भी जांच कर रही है कि इस धोखाधड़ी के नेटवर्क में और कौन-कौन लोग शामिल हैं।इस सफल कार्रवाई में नौगांव एसडीओपी अमित मेश्राम, थाना प्रभारी निरीक्षक सतीश सिंह, उप निरीक्षक धर्मेंद्र सिंह राजपूत, प्रधान आरक्षक मनीष त्रिपाठी और आरक्षक कमल सिंह सेंगर व राम जाट की महत्वपूर्ण भूमिका रही|