Sewer Line Accident Shahdol : शहडोल नगरपालिका क्षेत्र के वार्ड न 1 में 17 जुलाई की दोपहर सीवर लाइन में काम कर रहे दो मजदूर मिट्टी में दब गए बारह घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद दोनों मजदूरों के शव को बाहर निकाला गया पाइप लाइन के लिए गड्ढा खोदने के दौरान हुआ हादसा हुआ था।पूरे मामले में घटनास्थल के पास रहने वाले स्थानी निवासी परवेज खान और उनके साथियों की खूब चर्चा हो रही है।
घटना के तुरन्त बाद एक्टिव हुआ जिला प्रशासन
जिला मुख्यालय शहडोल से लगे सोहागपुर थाने के वार्ड क्रमांक 01 में सीवर पाइप लाइन के लिए गड्ढे खोदने के दौरान 2 मजदूर देखते ही देखते मिट्टी में दब गए।घटना की सूचना मिलने के बाद जिला कलेक्टर, एसपी,एसडीएम एवं नगरपालिका कर्मचारियों सहित कोतवाली और सोहागपुर पुलिस का बल मौके पर पहुँचा. एसडीआरएफ एवं एसईसीएल की डिजास्टर टीम द्वारा रेस्क्यू कार्य प्रारंभ किया गया।भारी बारिश के बीच मिट्टी धसने से बीच में रेस्क्यू कार्य को बीच -बीच में रोका भी गया। 12 घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद पहले दादू बैगा 36 वर्ष एवं मुकेश बैगा 37 वर्ष के शव को बाहर निकाला गया दोनों मृतक ग्राम कोटमा के रहने वाले थे, आज पहली बार काम पर आए थे दोनों के शवों को पोर्स्टमार्टम के लिए मेडिकल भेजा गया है।
परवेज खान की हो रही हैं खूब चर्चा
घटना के संबंध में मिली जानकारी के अनुसार दोपहर में जब घटना हुई थी। उसे दौरान देखा गया था कि 15 से 20 फीट गड्ढे में मिट्टी अचानक भरभरा कर गिर गई। घटना के दौरान एक मजदूर तुरंत मिट्टी में पूरी तरीके से दब गया था। लेकिन दूसरा मजदूर आधा मिट्टी में दबा हुआ था। और मदद की गुहार लगा रहा था। लेकिन घटनास्थल से तत्काल मौके पर मौजूद सुपरवाइजर सहित सभी मौके से फरार हो गए। इधर मजदूर अपनी जान की भीख मांगता रहा लेकिन मौके पर मौजूद जिम्मेदारों ने उसकी सहायता करने की बजाय वहां से भागना उचित समझा। वही घटनास्थल के नजदीक ही रहने वाले परवेज खान और उनके साथियों ने जान को जोखिम में डालकर घटना स्थल पर पहुंचे। और मिट्टी हटा करके मजदूर को निकालने का प्रयास करने लगे। लेकिन जैसे ही मिट्टी खाली की गई और मजदूर को निकालने का प्रयास किया गया वैसे ही दोबारा पुनः दलदली मिट्टी उसे गड्ढे में भर गई।
उक्त मामले में मार्मिक क्षण तब आ गया जब मजदूर ने परवेज खान से कहा की मैं तो मर ही रहा हूं लेकिन आपकी जान भी चली जाएगी। और आप इस गड्ढे से आप बाहर निकल जाओ। बताया जा रहा है कि अगर परवेज खान उनके साथ ही मौके से नहीं निकले होते। तो कहीं ना कहीं उनकी जान भी इस घटना में चली जाती। लेकिन परवेज खान और उनके साथियों ने अपनी जान की परवाह न करके मजदूरों को बचाने का पूरा प्रयास किया। यह सब चल रहा था इसी बीच जिला प्रशासन की टीम मौके पर पहुंच गई।
कलेक्टर में राहत राशि की घोषणा की
वही पूरे मामले कलेक्टर डॉ केदार सिंह का कहना है कि शासन के माध्यम मृतकों के परिजनों की पूरी मदद की जाएगी एवं सीवर कंपनी के द्वारा इनको पांच पांच लाख की आर्थिक सहायता भी दिलवा जाएगा और कानून के हिसाब से करवाही भी की जाएगी।फिलहाल भारी बारिश के कारणों से काम करने में रोक लगा दिया गया है।
क्या संबंधित एजेंसी पर होगी कोई कार्यवाही
मामले में दो मजदूरों की दर्दनाक मौत हुई है। दो परिवारों के पालन पोषण पर अब आर्थिक संकट भी आ चुका है। इतनी बड़ी लापरवाही सामने आने के बाद में क्या संबंधित एजेंसी या ठेकेदार पर कोई कड़ी कार्रवाई होगी। यह यक्ष प्रश्न हवा में तैर रहा है।