मां नर्मदा की गोद में एक बार फिर घटा दर्दनाक हादसा…ओंकारेश्वर में नर्मदा परिक्रमा के लिए पहुंचे पुणे के दंपत्ति की नदी में डूबने से मौत हो गई।आस्था की यात्रा… बन गई अंतिम यात्रा।
जानकारी के मुताबिक, महाराष्ट्र के पुणे निवासी प्रवीण वग्गा और उनकी पत्नी सुनंदा वग्गा 6 नवम्बर को पुणे से ओंकारेश्वर के लिए निकले थे।सुनंदा मां नर्मदा की परिक्रमा करने आई थीं…
और प्रवीण उन्हें ओंकारेश्वर तक छोड़ने पहुंचे थे। 7 नवम्बर की सुबह, ओंकारेश्वर पहुंचने के बाद से ही दोनों का मोबाइल फोन बंद हो गया… परिवार वालों को कुछ अनहोनी का आभास हुआ।
दो दिन बाद, रविवार को ओंकारेश्वर में एक पुरुष का शव मिला…और शुक्रवार को महिला का शव नर्मदा में बहते हुए खरगोन जिले के कोठावा आश्रम के पास मिला।
मृतका के भाई उमेश वग्गा ने दोनों शवों की पहचान की।उन्होंने बताया कि दोनों पति-पत्नी पुणे में कॉस्मेटिक की दुकान चलाते थे।
उनकी 19 वर्षीय बेटी फिलहाल कॉलेज में पढ़ाई कर रही है,जिसे अब तक इस दुर्घटना की सूचना नहीं दी गई है।ओंकारेश्वर थाना प्रभारी अनोक सिंधिया के अनुसार,दोनों पति-पत्नी सुबह-सुबह स्नान के दौराननर्मदा स्नान करने नर्मदा घाट महिला का शव धार में बहकर बड़वाह कोठावा पहुंच गया,जबकि पुरुष का शव ओंकारेश्वर में ही पत्थरों के बीच फंसा मिला।
परिजनों की मौजूदगी में पोस्टमार्टम के बाद पविणन का अंतिम संस्कार ओंकारेश्वर श्मशान घाट पर किया गया।वहीं सुनंदा के शव बड़वाह पुलिस पोस्टमार्टम करवाने के बाद जमीन में गडकर सुरक्षित रख दिया है
मां नर्मदा की परिक्रमा का आह्वान श्रद्धा से भरा होता है…पर श्रद्धा के साथ सावधानी भी उतनी ही जरूरी है।नर्मदा की पवित्र धारा ने इस बारदो भक्तों को सदा के लिए अपनी गोद में समा लिया।













