जिला मुख्यालय उमरिया पुलिस कंट्रोल रूम में आज दोपहर नाम आंखों से दिवंगत प्रधान आरक्षक ओमप्रकाश भवेदी को शस्त्र झुककर सलामी दी गई। प्रधान आरक्षक ओमप्रकाश भवेदी अपनी कर्तव्य का परिपालन करने के लिए अपने पुलिस लाइन से ताला चौकी के लिए रवाना हुए थे। लेकिन ग्राम खैरा के पास रास्ते में एक कार से उनकी बुलेट की आमने-सामने की टक्कर हो गई और उसे घटना में उन्हें गंभीर चोटे लगी थी। घटना 23 नवंबर की सुबह 9:00 बजे की बताई जा रही है।
ओमप्रकाश भवेदी का जबलपुर में इलाज चल रहा था लेकिन 24 और 25 नवंबर की दरमियानी रात उन्होंने दम तोड़ दिया। घटना की सूचना मिलने के बाद पुलिस अधीक्षक उमरिया IPS विजय भगवानी तत्काल जबलपुर रवाना हुए।
आज दोपहर 2:00 बजे जैसे ही दिवंगत आरक्षक ओमप्रकाश भावेदी का पार्थिव शरीर पुलिस कंट्रोल में पहुंचा माहौल गमगीन हो गया। दिवंगत प्रधान आरक्षक के छोटे-छोटे बच्चे विलख-विलख कर रोने लगे। बच्चों को फूट-फूट कर रोता हुआ देख कर हर एक पुलिसकर्मी की आंखें नम हो गई।
श्रद्धांजलि अर्पित करने के बाद में पार्थिव शरीर को डिंडोरी जिले के ग्राम धनवासी रवाना कर दिया गया है जहां उनका अंतिम संस्कार होगा।
ओमप्रकाश भवेदी एक सरल सहज व्यक्तित्व की धनी व्यक्ति थे। दिवंगत आरक्षक ओमप्रकाश द्विवेदी अपने पीछे तीन छोटे-छोटे बच्चों को छोड़ गए।














