खुले वोरवेल में गिरने 8 वर्षीय लोकेश की मौत के मामले में बड़ी कार्यवाही की गई हैं बता दें की जमीन मालिक एवं बटयादार सहित 4 लोगो पर धारा 304 ए, 37 के तहत आनंदपुर थाने में हुआ प्रकरण दर्ज किया गया है. वही कलेक्टर विदिशा ने एक हफ्ते के जिलेभर के खुले बोरवेल के चलाने का अभियान का आगाज भी किया है बता दें की 24 घंटे तक रेस्क्यू आपरेशन चलने के बाद बोरवेल में फंसे लोकेश को निकाला बाहर गया था जिसे , चिकित्सकों ने परीक्षण उपरांत बच्चे को मृत घोषित किया था.एनडीआरएफ और एसडीआरएफ, होमगार्ड जवानों के अलावा स्थानीय रहवासियों के द्वारा रेस्क्यू आपरेशन में सहयोग किया गया था.
विदिशा जिले के लटेरी तहसील के ग्राम खेरखेड़ी पठार गांव में मंगलवार को बोरवेल में गिरे 7 वर्षीय बालक लोकेश अहिरवार को 24 घंटे तक चले रेस्क्यू आपरेशन के बाद बच्चे को लटेरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र लाया गया जहां चिकित्सकों के द्वारा परीक्षण उपरांत बच्चे को मृत घोषित कर दिया था.
लगभग 24 घंटे तक चले रेस्क्यू आपरेशन में एनडीआरएफ, एसडीआरएफ के अलावा पुलिस होमगार्ड, राजस्व, स्वास्थ्य तथा स्थानीय रहवासियों समेत विभिन्न विभागों के अमले के द्वारा कार्यों का संपादन किया गया।
मुख्यमंत्री ने शोक संवेदनाएं व्यक्त की मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने दिवंगत आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की है और परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की हैं।
परिवार को चार लाख की सहायता
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव ने बताया कि मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने पीड़ित परिवार को 4 लाख रुपए की आर्थिक सहायता अनुदान राशि देने की घोषणा की है।
लटेरी तहसील के खेरखेड़ी गांव में सात वर्ष के बच्चे लोकेश अहिरवार बोरवेल में गिर गया था। जिसे बाहर निकालने हेतु जिला प्रशासन के द्वारा मुस्तैदी के साथ तमाम प्रबंध सुनिश्चित किए गए थे।
कलेक्टर उमाशंकर भार्गव घटना की जानकारी लगते हैं घटनास्थल पर पहुंच गए थे। उन्होंने बच्चे के बोरवेल में से बाहर निकलने तक जारी रेस्क्यू अभियान की सतत मानिटरिंग की। सिरोंज विधायक श्रीउमाकांत शर्मा भी घटना की जानकारी लगते ही मौके पर पहुंचे उन्होंने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू आपरेशन की जानकारी से अवगत ही नहीं हुए बल्कि आवश्यक दिशा-निर्देश भी उनके द्वारा दिए गए। घटनास्थल पर सुरक्षा के दृष्टिकोण से बैरिकेड लगाए गए थे साथ पुलिस बल भी तैनात किया गया था। एडिशनल एसपी श्री समीर यादव भी मौके पर मौजूद रहे।
नाइट विजन कैमरा पहुंचाकर गतिविधि पर रखी नजर
लटेरी एसडीएम श्री हर्षल चौधरी ने घटना के तुरंत बाद ही मौके पर पहुंचकर आक्सीजन की सप्लाई हेतु प्रबंध सुनिश्चित कराए और आक्सीजन सिलेंडर उपलब्ध कराए गए साथ ही लाइट विजन कैमरा बोरवेल में फंसे बच्चे तक पहुंचाकर बच्चे की गतिविधि की जानकारी से निरंतर अवगत कराया गया।
आईजी कमिश्नर ने लिया रेस्क्यू आपरेशन का जायजा
भोपाल कमिश्नर श्री मालसिंह भयड़िया तथा आईजी श्री इरशाद वली के द्वारा मंगलवार की शाम लटेरी तहसील के खेरखेड़ी गांव पहुंचकर रेस्क्यू आपरेशन के दौरान संपादित किए जा रहे कार्यों का जायजा लिया गया था।
24 घंटे चला रेस्क्यू आपरेशन
24 घंटे तक चले रेस्क्यू आपरेशन के दौरान एनडीआरएफ और एसडीआरएफ, होमगार्ड जवानों के अलावा स्थानीय वासियों के द्वारा रेस्क्यू आपरेशन में सहयोग किया गया चिकित्सक दल, विभिन्न विभागों के अधिकारी कर्मचारी से लेकर कोटवार तक आपरेशन के दौरान मौके पर मौजूद रहे। राष्ट्रीय व प्रदेश स्तरीय मीडिया के द्वारा न्यूज चैनल पर लाइव प्रसारण किया जा रहा था। रेस्क्यू आपरेशन की जानकारी से मीडिया बंधुओं को त्वरित जानकारी से अविलंब अवगत कराया गया।
चार जेसीबी, पोकलेन समेत अन्य मशीनों के द्वारा बोरवेल से कुछ दूरी पर 51 फीट का गड्ढा इन 24 घंटों में आपरेशन के दौरान खोदा गया था। इसके उपरांत एसडीआरएफ और एनडीआरएफ की टीम के द्वारा सुरंग बनाकर बच्चे तक पहुंचकर उसे बाहर निकाला गया। जिसे स्ट्रेचर पर लिटाकर एम्बुलेंस के माध्यम से लटेरी के सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र भेजा गया था।
बुधवार को घटना के 24 घंटे बीत जाने के बाद बच्चे को बोरवेल से बाहर निकाला गया। इस दौरान कलेक्टर उमाशंकर भार्गव, डीआईजी डॉ मोनिका शुक्ला समेत विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारी और स्थानीय रहवासी मौजूद रहे।