कालेसोने के गढ़ के नाम से प्रसिद्ध मंदसौर जिले में इन दिनों अफीम तौल का कार्य किया जा रहा है। जिसमे अफीम किसान शासकीय मापदंडों के अनुसार खेतों में उगाई गई अफीम लेकर मंदसौर के नारकोटिक्स कार्यालय पहुंच रहे है। बीते नौ दिनों में करीब 4366 किसान अपनी अफीम का तौल करवाकर उसे नारकोटिक्स विभाग को सौंप चुके है। अफीम को काला सोंना के नाम से भी जाना जाता है.
जिला अफीम अधिकारी अनिल कुमार के अनुसार 1 अप्रैल से शुरू हुआ अफीम तौल का कार्य 10 अप्रैल तक चलेगा। जिसमे करीब 4500 किसान अफीम का तौल करवाएंगे। जिसके बाद 13 अप्रैल से सीपीएस पद्धति के अनुसार बिना चीरा लगे हुए डोडे को लिया जाएगा। जिसकी प्रक्रिया 4 मई तक चलेगी।
अफीम अधिकारी का यह भी कहना है की पिछले वर्ष के मुकाबले इस वर्ष अफीम की मात्रा बेहतर दिख रही है। अधिकारी का कहना है की अफीम किसान पर मौसम का कोई विशेष असर नही पड़ा है। अफीम क्वालिटी और क्वांटिटी दोनो में बेहतर दिखाई दे रही है।