कलेक्टर डा कृष्ण देव त्रिपाठी की अध्यक्षता मे राजस्व अधिकारियों की समीक्षा बैठक संपन्न हुई। कलेक्टर ने राजस्व अधिकारियों को निर्देष दिए कि उनके न्यायालयों मे चल रहे प्रकरणों की काज लिस्ट रखकर समय सीमा को ध्यान मे रखते हुए प्रकरणों का निराकरण किया जाए।
कलेक्टर डा कृष्ण देव त्रिपाठी (Dr Krishna Dev Tripathi) ने कहा कि नामांतरण, बंटवारा तथा सीमांकन के 6 माह से अधिक समय से लंबित प्रकरण पाए जाने पर संबंधित पीठासीन अधिकारी के विरूद्ध कार्यवाही की जाएगी। साथ ही संबंधित अधिकारी को हर प्रकरण के संबंध मे दिन प्रतिदिन की जा रही कार्यवाही की जानकारी भी देनी होगी।
सीमांकन के प्रकरणों की धीमी गति से निराकरण होने पर अप्रसन्नता व्यक्त करते हुए संबंधित अधिकारियों को निर्देष दिए कि हर प्रकरण के निराकरण हेतु तिथि नियत की जाए तथा पटवारी को उत्तरदायी बनाया जाए। तीन माह से अधिक समय तक सीमांकन के प्रकरण लंबित होने पर संबंधित पटवारी एवं राजस्व अधिकारी को जवाबदार मानते हुए अनुशासानात्मक कार्यवाही की जाएगी।
कलेक्टर ने कहा कि प्रभारी नायब तहसीलदार भू राजस्व संहिता के साथ ही राजस्व विभाग द्वारा विगत पांच वर्षो मे जारी किए गए नए निर्देषों का अध्ययन करे तथा गार्ड फाईल बनाकर न्यायालय मे रखे। इसी तरह भू अभिलेख नियमावली का भी अध्ययन कर प्रकरणों का निराकरण करे। नामांतरण एवं बंटवारा के विवादित एवं अविवादित प्रकरणों की अलग अलग सूची रखे। कलेक्टर ने धारणा अधिकार तथा आवासीय भू अधिकार योजना के तहत पंजीकृत प्रकरणों का निराकरण करने के निर्देष दिए।
बैठक मे एसडीएम बांधवगढ़ सिद्धार्थ पटेल, एसडीएम मानपुर कमलेष पुरी, एसडीएम पाली हेमराज धुर्वे, डिप्टी कलेक्टर टी आर नाग, मीनाक्षी इंगले, तहसीलदार एवं नायब तहसीलदार उपस्थित रहे।