खबरीलाल : तुर्किये के वर्तमान राष्ट्रपति रेसेप तईप एर्दोगन ने रविवार को इस पद के लिए फिर से तीसरी बार भी चुनाव जीत गए.
इस चुनाव परिणाम से यह तय माना जा रहा है कि एर्दोआन का निरंकुश शासन देश में ऐसे समय में जारी रहेगा जब देश अत्यधिक महंगाई और कई शहरों को प्रभावित करने वाले भूकंप के प्रभाव से जूझ रहा है, परीणामों के आने के बाद से ही सोशल मीडिया में इस बात की चर्चा भी छिड गई है.
अब इस मौजूदा तीसरे कार्यकाल में एर्दोआन देश के अंदर और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर और भी मजबूत होंगे तथा इस चुनाव के परिणामों का सीधा असर राजधानी अंकारा के बाहर भी महसूस किया जाएगा।
गौरतलब है कि तुर्किये यूरोप और एशिया दोनों के लिए अहम है और यह उत्तर अटलांटिक संधि संगठन (नाटो) में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है।
वैसे तो कुल 99 प्रतिशत से अधिक मतपेटियों के खुलने के बाद विभिन्न प्रतिस्पर्धी समाचार एजेंसी ने अनौपचारिक परिणामों में बताया कि एर्दोआन को 52 प्रतिशत मत मिले, जबकि उनके प्रतिद्वंद्वी कमाल केलिचडारोहलू को 48 प्रतिशत वोट मिले।