सिंगरौली जिले के ग्राम पंचायत पापल का है,जहां आरके टीसी रेत खदान संचालक द्वारा पापल पंचायत में रेत का संग्रहण किया जा रहा है।कंपनी द्वारा मनमानी रवैया से सभी नियमों को शिथिल करते हुए दबंगई पूर्वक बड़े वाहनों एवं हाईवा द्वारा रेत का संग्रहण किया जा रहा है। वाहनों में ओवरलोड रेत लादकर निगरी रेत खदान से मुख्य सड़क सीधी सिंगरौली हाईवे के रास्ते से ले जाया जा रहा है।मजे की बात तो यह है कि जिला प्रशासन का वह आदेश जिसमें त्रिपाल से ढककर परिवहन करने हेतु किया गया था उसे भी भारी भरकम लोड वाहन चालकों द्वारा सरेआम दरकिनार किया जा रहा है।दरअसल ओवरलोड रेत के वाहनों में बगैर त्रिपाल के खुलेआम परिवहन किया जा रहा है।परिवहन के दौरान समुचित व्यवस्था न होने से ग्रामीणों को भी अत्यधिक समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।तेज रफ्तार चल रहे हाईवा वाहनों से रेता उड़कर बाइक सवार के आंखों में जाकर दुर्घटना का कारण बन रहा है।साथ ही पैदल चलने वाले,साइकल सवार एवं सड़क के किनारे रहवासियों को भी काफी समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
ग्राम प्रधान ने तोड़ी चुप्पी,तंग आकर स्थानीय जनों के साथ उतरे सड़क पर
विदित हो कि रेत का कारोबार निगरी व निवास पुलिस चौकी के बीचो-बीच चल रहा है।इस पर न तो किसी पुलिस प्रशासन और न ही किसी आला अधिकारियों की नजर पड़ रही है।महीनों से चल रहे इस सिलसिले से परेशान ग्रामीण और ग्राम प्रधान ने अंतत:अपनी चुप्पी तोड़ी और आक्रोशित होकर ग्रामीणों के साथ सड़क पर उतरने को मजबूर हो गए।रेत में चल रहे सभी वाहनों को रोड में ही रुकवा कर सभी ड्राइवरों व सुपरवाइजर से बात करते हुए सभी नियमों का पालन करने का आग्रह किया।वहीं चेतावनी भी दी कि अगर आगे से वाहनों में नियमानुसार रेत लोड कर बगैर त्रिपाल लगाए परिवहन किया जाता है तो कतई नहीं करने दिया जाएगा।अगर यही रवैया रहा तो मजबूरन ग्रामीणों के साथ चक्का जाम आंदोलन भी करने को बाध्य होना पड़ेगा,जिसकी तमाम जवाबदेही शासन और प्रशासन की होगी।खैर बड़ा सवाल तो यह है कि क्या पूरे मामले की जांच पुलिस प्रशासन व आला अधिकारी करेंगें या उक्त समस्या आगे भी ज्यों की त्यों बनी रहेगी।
सिंगरौली से धर्मेंद्र साहू