विधानसभा चुनाव सर पर है। इस समय जब लोगों को जोड़कर अपना वोट बैंक बढ़ाना चाहिए। लेकिन सत्ताधारी पार्टी को अपनो की ही नाराजगी का शिकार हो रही है। शाजापुर जिले में पार्टी के ही एक पूर्व पार्षद ने पार्टी की रीति-नीति पर सवाल खड़े करते हुए पार्टी के नेताओं को कटघरे में खड़ा कर दिया है। जिन्होंने पार्टी के जिला प्रभारी को यहां तक कह दिया कि वे जिले के लायक ही नहीं है।
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यह हैं बसंत जैन जो पूर्व में पार्षद रहे हैं। लेकिन आज वे ही पार्टी से नाराज दिखाई दे रहे हैं। उन्होंने ट्रांसफर नीति पर सवाल खड़े किए और कहा कि किसी कर्मचारी जो किसी मजबूरी का शिकार है। उसके बेटे को कैंसर है, उसकी मां बीमार है लेकिन उसका ट्रांसफर नहीं किया जा रहा है।
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यदि यही ट्रांसफर कोई नेता मांगता तो उसके लिए हजारों लोग खड़े हो जाते। उन्हांेंने नसीहत देते हुए बताया कि पार्टी से कर्मचारी वर्ग परेशान हैं और नेताओं पर आरोप लगाया कि ये लोग केवल अपने ही पट्ठे तैयार कर रहे हैं। जिनका जनता से या विकास से दूर-दूर तक कोई नाता नहीं है। उन्होंने हाल ही में प्रभारी मंत्री द्वारा यूसीसी को लेकर दिए गए जवाब का भी हवाला देते हुए कहा कि जब इन्हें कुछ नहीं पता तो ये कैसे मंत्री हैं।
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