एक किसान ने खेत में कीटनाशक पीकर आत्महत्या कर ली। परिजन का कहना है कि डेढ़ माह पहले गांव में बाढ़ आई थी तो उसके दोनों बैल बह गए थे । जिसका पटवारी ने फाइल बनाकर ले गया था लेकिन अभी तक कोई मुआवजा नहीं मिला।
बारिश ने किया निराश
फसल से उम्मीद लगाए बैठा था लेकिन बारिश अच्छी नहीं होई तो फसल भी सुख गई। करीब चार लाख रुपए की सफल थी खेत में जो बारिश नहीं होने से सुख गई थी। इसको लेकर वह पिछले कई दिनों से तनाव में था। वही मूंदी पुलिस ने मर्ग कायम कर जांच शुरू कर दी है।
सूखी फसल देखकर रहता था मानसिक तनाव में
खंडवा जिले के पुनासा तहसील में मून्दी थाना क्षेत्र के ग्राम देयत मे सुखराम नाम के एक किसान ने कीटनाशक पीकर अपनी जान दे दी। परिजन मून्दी अस्पताल लेकर गए वंहा से खंडवा रेफर किया जिसका उपचार के दौरान उसकी मौत हो गई। मृतक के भाई चंदू निगवाल ने बताया की सुखराम पुत्र फतुज उम्र 25 वर्ष दोपहर खेत गया था यह फसल सुखी हुई देखी जिसके कारण मानसिक तनाव के चलते यह कदम उठाया होंगा।
नुकसान देखकर उठाया आत्मघाती कदम
मात्र तीन एकड़ जमीन पर गुजारा करता था स्वभाव भी सीधा सादा था कभी किसी से झगडा नही किया। एक माह पूर्व एक बेल जोड़ी भी पानी मे बह गए थे उस मानसिकता से उभरा भी नही था और फसल बर्बादी की स्थिति सामने आ गई जिसके चलते यह गलत कदम उठा लिया। उसके खेत में कपास और सोयाबीन फसल लगी थी जो पानी नहीं गिरने से सुख गई थी। फिलहाल शव को मरचुरी मे रख दिया है , पोस्टमार्तम के बाद शव परिजनों को दिया जाएंगा।