खंडवा में वन विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर लोगों से करोड़ों रुपए हड़पने वाले वन विभाग में पदस्थ शेख जुनैद का शव पुलिस बीते दस माह से नदी में ढूंढ रही थी, असल में उस युवक के जिंदा होने के सबूत पुलिस को ठगी के शिकार लोगों ने दिए हैं। पीड़ितों ने बताया एक साल पहले जुनैद ने सैकड़ों लोगों से करोड़ो रुपए ठेका दिलाने के नाम पर लिए थे. फिर अचानक उसने एक दिन वीडियो जारी कर कर्जदारों से परेशान होने की बात कहकर इस दुनिया से अपना जीवन समाप्त करने का एक वीडियो जारी कर गायब हो गया था. वीडियो सामने के बाद पुलिस ने गोताखोरों की मदद से नर्मदा किनारे काफी समय तक उसका शव तलाश किया था लेकिन पुलिस को उसका शव नहीं मिला है।
देखें इस वीडियो को जिसे जनवरी में शेख जुनैद ने जारी किया था.
https://youtube.com/shorts/QVQCSlH4M_g?feature=shar
खंडवा के शेख जुनैद पिता शेख फरीद वन विभाग में पदस्थ थे। जुनैद के पिता की बीमारी के चलते उसको वन विभाग में नौकरी मिल गई थी। जुनैद इससे पहले प्रॉपर्टी खरीदी-बिक्री का काम भी करता था। लेकिन कोरोना काल में उसका ये कारोबार ठप हो गया। इसके बाद उसने लोगो को सरकारी विभाग में ठेका दिलाने के नाम पर करोड़ों रुपए लोगों से 8 लिए ठग लिए। उसने करीब 150 लोगों से करीब 5 करोड़ उधार ले लिए। वन विभाग की लकड़ियों के ठेके के नाम पर लोगों से करोड़ों ऐंठे। लोगो को वन विभाग के अधिकारियों के साथ अपनी फोटो देकर कर लोगो को अपने झांसे में लिया।
जुनैद ने जनवरी में मौत का नाटक किया इसी नाटक को सच करने के लिए बाकायदा उसने मोरटक्का के नर्मदा नदी के पुल पर जाकर कर्जदार से परेशान का एक वीडियो बनाया और सोशल मीडिया पर उसे वायरल किया इसके बाद से पुलिस उसकी तलाश कर रही है पुलिस में नर्मदा नदी किनारे भी उसके शव को ढूंढने की कोशिश की लेकिन पुलिस के हाथ अब तक कोई सफलता नहीं लगी। फिर अचानक जिन लोगों ने उसको उधार पैसे दिए थे उन्होंने कुछ फोटो वीडियो खंडवा एसपी विवेक सिंह को दिए और कहा कि जुनैद कहीं गुमनामी की जिंदगी जी रहा है और उन से उधार लिए पैसों से बड़े-बड़े होटलों में जाकर ऐसो आराम की जिंदगी जी रहा है। अप पुलिस एक बार फिर श्राद्ध के आरोपी जुनैद की तलाश में जुट गई है इसको लेकर पुलिस कहीं जगहों पर जाकर छापेमारी भी कर रही है।