Fake FDR : नगर पालिका के टेंडर लेने ठेकेदार ने जमा की फर्जी एफडीआर,03 साल बाद ऐसे हुआ खुलाशा - खबरीलाल.नेट
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Fake FDR : नगर पालिका के टेंडर लेने ठेकेदार ने जमा की फर्जी एफडीआर,03 साल बाद ऐसे हुआ खुलाशा

Fake FDR : भिण्ड नगर पालिका के साथ नागरिक सरकारी बैंक के नाम पर धोखाधड़ी का बड़ा मामला सामने आया है। जहां एक ठेकेदार फर्म ने नगर पालिका द्वारा जारी टेंडर मिलने पर धरोहर राशि के नाम पर फर्जी एफडीआर ...

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Sanjay Vishwakarma

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Fake FDR : भिण्ड नगर पालिका के साथ नागरिक सरकारी बैंक के नाम पर धोखाधड़ी का बड़ा मामला सामने आया है। जहां एक ठेकेदार फर्म ने नगर पालिका द्वारा जारी टेंडर मिलने पर धरोहर राशि के नाम पर फर्जी एफडीआर तैयार कर जमा कराई गई हैं। इसका खुलासा तीन साल बाद हुआ है जब काम नही कराने को लेकर धरोहर राशि की एफडीआर राजसात करने के लिए बैंक पहुँचाई गई।

ऐसी कि 6 एफडीआर फर्जी (Fake FDR) पाई गयीं है।भिण्ड कलेक्टर ने मामले में संबंधित ठेकेदार पर FIR कराने के निर्देश जारी किए हैं। जानकारी के मुताबिक़ भिण्ड नगर पालिका द्वारा भिण्ड वार्ड 31 में नवीन सामुदायिक भवन,शौचालय और हेंडपम्प खनन निर्माण के लिए टेंडर जारी किए गए थे।जो भिण्ड के ही ठेकेदार अजीत सिंह भदौरिया की फर्म तिरूपति एसोसिएट को मिला था कार्य आदेश 11 जून 2021 को जारी कर दिए गए थे।टेंडर के लिए धरोहर राशि के रूप में ठेकेदार द्वारा नागरिक सहकारी बैंक मर्यादित शाखा भिण्ड की दो एफडीआर पहली 124000 रुपय और दूसरी 390000 रुपय जमा कराई गई थी। ये निर्माण कार्य 6 महीने में पूर्ण किया जाना था लेकिन क़रीब एक साल से ज्यादा का समय बीतने के बाद भी ठीक ठेकेदार ने काम शुरू नहीं किया। नगर पालिका उपाध्यक्ष भानू भदौरिया के मुताबिक़ तिरूपति एसोसिएट द्वारा जब एक साल में भी कार्य नहीं किया गया तो उनसे पूर्व में काम को पूर्ण कराने के लिए नगर पालिका भिण्ड द्वारा नोटिस भी जारी किए गए लेकिन जब इनका जवाब नहीं दिया गया तो अंत में  19 सितम्बर 2022 को हुई  नगर पालिका परिषद की पीआईसी की बैठक में इस कार्य आदेश को निरस्त कर दिया गया।

इसके बाद ठेकेदार पर कार्रवाई करते हुए नियमानुसार धरोहर राशि को राजसात करते हुए नगर पालिका के खाते में ट्रांसफ़र कराने के लिए जब जमा एफडीआर को नागरिक सहकारी बैंक में पत्राचार के साथ भेजा गया तो बैंक द्वारा बताया गया कि दोनों ही एफडीआर  उनके बैंक द्वारा जारी नहीं हुई हैं और फर्जी हैं। ठेका फर्म द्वारा नगर पालिका प्रशासन के साथ धरोहर राशि के नाम पर बैंक फ्रॉड सामने आने से हड़कम्प मच गया ऐसे में आनन फानन में सम्बंधित ठेकेदार द्वारा अन्य कार्यों में जमा की गई 5 और एफडीआर नागरिक सहकारी बैंक के पास सत्यापन के लिए भेजी गई।जिनमे एक एफडीआर ही बैंक द्वारा जारी होने की पुष्टि की गई अन्य सभी एफडीआर भी पहले की तरह फर्जी (Fake FDR )बतायी गई।एफडीआर सत्यापन के बाद से ही नगर पालिका प्रशासन के अधिकारियों की नींदे उड़ी हुई हैं। हालाँकि इस मामले को लेकर नगर पालिका की ओर से बैंक अधिकारियों को बैंक के नाम पर की गई धोखाधड़ी से अवगत कराते हुए बैंक अधिनियम के तहत ठेकेदार पर आवश्यक कार्रवाई कराने के लिए पत्र लिखा गया है।वहीं जब इस पूरे मामले का खुलासा हो जाने पर नागरिक सहकारी बैंक मर्यादित शाखा भिण्ड के प्रबंधक संजीव कुमार सोनी से जानकारी ली तो उनका कहना था कि ये दस्तावेज बैंक द्वारा जारी नहीं किए गए हैं। जब उनसे बैंक के नाम पर नकली एफडीआर तैयार कर सरकारी टेंडर लेने वाले ठेकेदार पर कार्रवाई के सम्बंध में सवाल किया गया तो बैंक मेनेजर ने नगर पालिका पर बात टालते हुए मामले से पल्ला झाड़ लिया। वहीं जब सहकारिता विभाग के प्रशासक कमल गाडगे से इस संबंध में जानकारी ली गई तो उन्होंने जल्द मामले में कार्रवाई के लिए संबंधित सहकारी बैंक अधिकारियों को निर्देश जारी करने की बात कही।हालाँकि मामला मीडिया की जानकारी में आने के बाद भिण्ड कलेक्टर  ने नगर पालिका सीएमओ को जल्द से जल्द ठेकेदार के ख़िलाफ नियमानुसार दंडात्मक और एफ़आइआर की करवाई कराने और सूचित करने के निर्देश जारी किए हैं।

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