उमरिया : जिले के नौरोज़ाबाद नगर में इन दिनों तेज रफ्तार का कहर लगातार देखने को मिल रहा है।नगर में कुछ ऐसे बाइकर्स हैं जिनसे आमजन काफी त्रस्त हो चुका है।इन्ही बाइकर्स की लिस्ट में शामिल एक आरोपी ने 10 दिसंबर की शाम तकरीबन 7 से 7:30 के बीच नौरोज़ाबाद तहसील के पीछे चक्की के पास सड़क किनारे चल रहे कुछ लोगो पर बाइक चढ़ा दी। उक्त घटना में एक महिला की मौत भी हो गई।मृतक की पहचान वार्ड क्रमांक 10 निवासी बसंती राय उम्र 42 वर्ष के रूप में हुई है।
घटना के दौरान साथ मे मौजूद प्रमिला ने बताया कि मेरा बेटा और बंसती का बेटा बस स्टैंड में रोज शाम ट्यूशन पढ़ने जाते थे।हम दोनों ने बच्चो को पहुचाने और लाने का काम आपस मे बाट रखा था।बंसती बच्चो को ट्यूशन के लिए रोज शाम को बस स्टैंड पहुँचाती थी और मैं उन्हें लेने जाती थी।10 दिसम्बर की शाम जब मैं बच्चो को लेने चली गई तो बसंती को लगा कि मैं नही गई हूं और वो भी मेरे पीछे-पीछे बस स्टैंड के लिए घर से निकल गई।लेकिन जब मैं बच्चो को लेकर लौट रही थी,तो हमे लौटता हुआ देख बसंती भी लौटने लगी।
जब हम चारो लोग तहसील के पीछे चक्की के पास पहुचे तो बाइक में रहे लड़के ने बसन्ती के सीने में बाइक से ठोकर मार दी।इस घटना में मेरे पैर,कमर और सिर में चोट लगीं है।मेरे बेटे को भी घटना में चोट लगी है।बाइक चलाने वाला नशे में लग रहा था।
घटना के तुरंत बाद बसन्ती राय को रीजनल अस्पताल नौरोज़ाबाद ले जाया गया।जहां से उन्हें शहड़ोल के निजी अस्पताल में भर्ती करवाया गया।लेकिन तब तक बंसती दम तोड़ चुकी थी।
बंसती राय अपने एकलौते बेटे आर्यन राय की शिक्षा दीक्षा को लेकर खूब चिंतित रहती थी।बेटे को स्कूल के लिए बस स्टॉप तक छोड़ना लाना के अलावा बच्चे की शिक्षा को लेकर काफी संजीदा थी।बसंती के पति ट्रक चालक का काम करते है।माँ की मौत के बाद बेटे की परवरिश कैसे होगी।यह बड़ा सवाल हैं।
नौरोज़ाबाद नगर में टीआई बालेंद्र शर्मा की आमद के बाद नशे पर रोक तो लगी है,लेकिन अभी भी कफ सिरफ और प्रतिबंधित टेबलेट्स के नशे का कारोबार चोरी छिपे खूब फलफूल रहा है।कम उम्र के बच्चे इस नशे की ओर बढ़कर खुद को खोखला कर रहे है।
उक्त मामले में टीआई बालेंद्र शर्मा का कहना है कि शहडोल से मर्ग डायरी प्राप्त होने के बाद मामले में कार्यवाही की जाएगी।
क्योंकि आज एक गरीब के घर मे मातम पसरा है इसलिए शायद नगर में इस बात की न तो खूब चर्चा है और ना ही अफसोस।लेकिन आज यह घटना से किसी गरीब का घर उजड़ा है कल जब कोई नामी गिरामी व्यक्ति का परिवार जब इन नशेडिय़ों की जद में आएगा तो शायद नगर में आमजन मानस ऐसे लोगो का विरोध खुलकर कर पाएंगे।
सवाल कार्यवाही का नही है।कानूनी दावपेंच से आरोपी किसी न किसी तरह से आज नही तो कल उसे राहत मिल ही जाएगी।लेकिन माँ की मौत से बेहाल बेटे को न्याय तब मिलेगा जब नगर में नशे के कारोबारियों को चिन्हित कर कठोर कार्यवाही की जाएगी और ऐसे बाइकर्स की लिस्टिंग कर इनके अविभावकों को हिदायत दी जाएगी।









