कोतवाली थाना क्षेत्र के अंतर्गत एक नवविवाहित जोड़े ने अज्ञात कारणों से पहाड़ से खाई में कूद कर आत्महत्या कर ली. घटना के पीछे क्या वजह रही किसी को नहीं पता।
घर जवाई बनकर रहता था नरेश
मामला है कोतवाली थाना अंतर्गत आने वाले ग्राम धवईझर का जहां टिकुरी टोला की रहने वाली गोली बाई उम्र 19 वर्ष पुत्री विष्णु सिंह का विवाह अप्रैल 2023 में ग्राम कटरिया निवासी 22 वर्षीय नरेश सिंह परस्ते पिता दस्सू सिंह परस्ते से हुआ था। विवाह के बाद नरेश सिंह ससुराल ग्राम धवईझर में ही रहने लगा था कारण था कि विष्णु सिंह के मात्र 2 पुत्री थी जिसमे बड़ी बेटी अपने ससुराल में रहती थी और छोटी बेटी पिता के पास ही रहती थी क्योंकि विष्णु की पत्नी का देहांत वर्षों पहले हो चुका था इसलिए बेटी का विवाह कर दामाद को अपने ही घर मे रखा था।
3 दिन पहले अचानक हुए लापता
पति पत्नी दोनो खुश थे लेकिन 7 जून को लगभग शाम 7 बजे अचानक दोनो लापता हो गए, हर जगह पता तलाश शुरू कर दिया गया लेकिन कहीं पता नही चला। दामाद के घर वालों को भी सूचना दिया गया तो उसका वृद्ध पिता दस्सू सिंह और नरेश का जीजा दोनो पहुंच कर तलाश करते रहे।
दिनांक 9 जून को विष्णु बकरी चराने पहाड़ की तरफ गया तो वहां से बदबू आ रही थी तो ऊपर से नीचे खाई में झांक कर देखा तो इंसानी जिस्म दिखाई देने पर गांव वालों को खबर दिया, ग्रामीण वहां तक गए तो जरूर लेकिन बदबू के कारण वहां तक नही गए, तब 10 जून को सुबह पुलिस को सूचना दी गई। कोतवाली पुलिस मौके पर जाकर देखी तो दोनो की शिनाख्त गोली बाई और नरेश सिंह के रूप में हुई।
घटना स्थल पर ही दफनाना पड़ा दोनों का शव
दोनो के शव खाई में होने के कारण वहां से निकालना मुश्किल काम था जिसके कारण डॉक्टर को वहीं ले जाकर पोस्टमार्टम करवाया गया और वहीं शव परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया। नरेश सिंह का वृद्ध पिता खाई में उतरने में असमर्थ होने के कारण अपने पुत्र तक नही पहुंच सका तब गोली बाई का पिता विष्णु सिंह अकेले उसी खाई में गड्ढा खोदकर बेटी और दामाद दोनो के शव को दफन किया।गौरतलब है कि मानवीय संवेदनाओं में लगातार कमी के चलते गांव वाले मदद करने का प्रयास नही किये जिसके चलते एक पिता को अकेले ही अपनी बेटी और दामाद के शव को खाई में ही दफन करना पड़ा। हालांकि पुलिस मर्ग कायम कर दोनो की जांच कर रही है।