Shaitaan Review : अक्सर आपको बचपन में आपके माता-पिता निकाह होगा और आप भी अपने बच्चों से कहते हैं कि जब कोई अनजान व्यक्ति आपको कुछ खाने को दे तो उसे नहीं खाना चाहिए मन कर देना चाहिए। जाने अनजाने में चाहे आपके माता-पिता ने आपसे कहा हो या आप अपने बच्चों से कह रहे हैं लेकिन यह बात कितनी पते की है। इस फिल्म को देखने के बाद में आपको इस बात की अहमियत समझ में आएगी। कि अगर खाने में आपको किसने कुछ गड़बड़ दे दिया तो फिर क्या होगा।
देश की सीमा घरों में आज फिल्म शैतान रिलीज हो चुकी है। काला जादू और वशीकरण की थीम पर बनी फिल्म शैतान की कहानी एक खुशहाल परिवार की जिंदगी से शुरू होती है। इस फिल्म में आप देखेंगे कि कैसे एक हंसता खेलता परिवार शैतान के जीवन में आने से तनाव में आ गया। और उसे शैतान ने पूरे परिवार को तहस-नहस कर दिया। दरअसल कबीर (अजय देवगन) और ज्योति (ज्योतिका) का परिवार हंसी खुशी से अपना जीवन जी रहा था। इनके दो प्यारे प्यारे बच्चे जान्हवी (जानकी वोदिवाला) और ध्रुव (अंगद राज) के साथ में बड़ी प्यार से जीवन गुजर रहा था। अपने खाली पलों में एक दिन यह लोग घूमने के मूड से फार्म हाउस की तरफ जा रहे थे तभी उनकी जिंदगी में वनराज (आर माधवन) की एंट्री हो जाती है।
इस फिल्म में आप देखेंगे की इस फैमिली को एक ढाबे पर वनराज मिल जाता है। और वह इस हंसते खेलते परिवार के पीछे ही पड़ जाता है। दर्शन ढाबे में ही वनराज ने जानवी को अपने बस में कर लिया। लेकिन जानवी को अपने वश में करने के पीछे उसका उद्देश्य क्या है वह क्यों जानवी को अपने साथ ले जाना चाहता है। कबीर और ज्योति अपनी प्यारी सी बेटी को बचाने के लिए किस लिमिट तक जा सकते हैं। स्तंभ इन तमाम प्रश्नों के जवाब आपको फिल्म देखने पर मिलेंगे।
डायरेक्शन
निर्देशक विकास बहल ने 2023 की गुजराती फिल्म वश का रीमेक शैतान बनाया है। क्वीन जैसी फिल्म कर चुके विकास से फैंस को हमेशा अच्छी फिल्मों की उम्मीद रहती है। उनकी मेहनत शैतान में भी नजर आती है. फिल्म काफी रहस्यमय तरीके से शुरू होती है, फिर काफी आगे बढ़ती है और माधवन की एंट्री के बाद माहौल पूरी तरह से बदल जाता है। यहीं से फिल्म में दिलचस्प चीजें शुरू होती हैं।
विकास बहल जानते हैं कि वह फिल्म को किस दिशा में ले जाना चाहते हैं। उनकी फिल्म में सस्पेंस, ड्रामा और बहुत सारा काला जादू और छायादार एहसास है जो आपके दिल की धड़कन को बढ़ा देता है। लेकिन इसका मतलब ये नहीं कि तस्वीर में कोई कमी नहीं है.
प्रदर्शन
अभिनेत्री ज्योतिका ने शैतान के साथ हिंदी सिनेमा में वापसी की है। उनकी वापसी काफी दमदार है. फिल्म में वह ज्योति का किरदार निभा रही हैं, जो अपनी बेटी जानकी की हालत देखकर दुखी हो जाती है. ज्योतिका ने अपने बच्चे की मदद न कर पाने की बेबसी और उसे शैतान के चंगुल से बचाने के लिए एक माँ के गुस्से को बखूबी दर्शाया है। इमोशनल सीन के साथ-साथ माधवन के साथ उनका फाइट सीन भी जबरदस्त है.
ज्योति के पति कबीर की भूमिका में अजय देवगन का काम भी अच्छा है। एक बेबस पिता जो हर कीमत पर अपनी बेटी को बचाने की कोशिश कर रहा है, लेकिन कहीं नहीं बच पा रहा है। फिल्म के विलेन आर माधवन अजय की दमदार परफॉर्मेंस को सीधी टक्कर देते हैं। इसमें कोई शक नहीं कि माधवन एक अद्भुत अभिनेता हैं। परन्तु शैतान में वे तुम्हें डराते हैं। माधवन, जो खुद को भगवान वनराज कहता है, कबीर और उसके परिवार के लिए हालात बदतर बना देता है।
जानकी बोदीवाला ने जान्हवी का किरदार बखूबी निभाया है। मूल फिल्म में भी जानकी ने आर्य का किरदार निभाया था जो शैतान के नियंत्रण में आ जाता है। जानकी का अभिनय अद्भुत है. जानकी के छोटे भाई ध्रुव के रोल में अंगद राज ने भी अच्छा काम किया है.