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MP में तेजी से फैलने लगा है आई फ्लू स्वास्थ्य विभाग ने जारी की एडवायजरी जानिए बचाव और राहत पाने के तरीके

Conjunctivitis Home Remedies: आंखों में लालिमा, खुजली और दर्द आई फ्लू के लक्षण हैं। यहां जानें तेजी से बढ़ते इस संक्रमण से कैसे बचा जाए।

Eye Flu:  उत्तर भारत में आई फ्लू का खतरा तेजी से बढ़ रहा है। अचानक आई इस समस्या से कई लोग जूझ रहे हैं. कंजंक्टिवाइटिस या आई फ्लू संक्रमण ने लोगों को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया है और यह संक्रमण एक व्यक्ति से दूसरे व्यक्ति में तेजी से फैल रहा है। कंजंक्टिवाइटिस को पिंक आई, रेड आई या आई फ्लू के नाम से भी जाना जाता है। वहीं, कहा जा रहा है कि कंजंक्टिवाइटिस या आई फ्लू किसी अन्य कोविड महामारी का संकेत हो सकता है। इस आई फ्लू को रोकने में न सिर्फ इम्यून सिस्टम बड़ी भूमिका निभाता है, बल्कि कुछ सावधानियां बरतना भी जरूरी है।

आई फ्लू के लक्षण और बचाव | Eye Flu Symptoms And Precautions 

मानसून में नमी के कारण आई फ्लू बढ़ जाता है। गुलाबी आँख दो प्रकार की होती है, पहली वायरस के कारण होती है और दूसरी बैक्टीरिया के कारण होती है। पिंक आई आमतौर पर नाक से आंखों तक फैलती है और सबसे पहले खांसने और छींकने से शुरू होती है और फिर सूक्ष्म कण आंखों में प्रवेश करते हैं और संक्रमण का कारण बनते हैं।

  • आई फ्लू होने पर आंखें लाल दिखने लगती हैं.
  • आंखों में दर्द होने लगता है.
  • आँखों से पानी आता है.
  • आंखों की ऊपरी परत धुंधली हो जाती है और उस पर चिपचिपा पदार्थ दिखाई देने लगता है।

बरतें  ये सावधानियां

  • आई फ्लू होने पर आंखों को बार-बार छूने से बचना चाहिए।
  • यदि स्कूल जाने वाले बच्चों को आई फ्लू है, तो उन्हें 3 से 5 दिनों तक घर पर रहने के लिए कहें।
  • आंख में कंजंक्टिवाइटिस की दवा डालें और संक्रमण कम होने पर ही घर से बाहर निकलें या लोगों से मिलें।
  • आई फ्लू कुछ ही दिनों में ठीक हो जाता है। बहुत गंभीर मामलों में यह 10 से 14 दिन या एक महीने तक भी रह सकता है। यदि बैक्टीरियल पिंक आई संक्रमण है, तो यह 10 दिनों तक समस्या पैदा कर सकता है।
  • आंखों को बार-बार रगड़ने से बचें। अपने पास एक साफ टिश्यू पेपर या रुमाल रखें और उससे आंखों से निकलने वाले स्राव को पोंछ लें। आंखों को रगड़ने से बचें क्योंकि इससे समस्या बढ़ सकती है।
  • आंखों पर गर्म रूमाल रखने से आराम मिलता है। गर्म सिंकाई से आंखों की समस्याएं कम हो जाती हैं।
  • आंखों के आस-पास किसी भी तरह का मेकअप करने से बचें. खासकर ब्रश या आइशैडो वगैरह आंखों के पास ना लेकर आएं.
  • आंखों की सही तरह से सफाई करना जरूरी है. इसलिए आंखों को गंदे हाथों से बार-बार छूने से भी बचें. रोज नहाएं और आंखों को पानी से साफ करें.
  • जिन लोगों को कंजेक्टिवाइटिस है उनके करीब आने से परहेज करें ताकि आपकी आंखें संक्रमित ना हों.
  • अन्य लोगों की चीजें इस्तेमाल करने से परहेज करें.
एमपी में तेजी से फैलने लगा है आई फ्लू स्वास्स्थ्य विभाग ने जारी की एडवायजरी जानिए बचाव और राहत पाने के तरीके
Photo Source : Social Media

Sanjay Vishwakarma

संजय विश्वकर्मा (Sanjay Vishwakarma) 41 वर्ष के हैं। वर्तमान में देश के जाने माने मीडिया संस्थान में सेवा दे रहे हैं। उनसे servicesinsight@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है। वह वाइल्ड लाइफ,बिजनेस और पॉलिटिकल में लम्बे दशकों का अनुभव रखते हैं। वह उमरिया, मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने Dr. C.V. Raman University जर्नलिज्म और मास कम्यूनिकेशन में BJMC की डिग्री ली है।

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