5 महीने उसे थाने में ही खाना सोना कर रहा था युवक
उसका तमाम खर्चा थाने की पुलिस उठा रही थी
साइबर ठगी मामले में न्यायालय से हुआ दोष मुक्त
- 31 लाख 64 हजार ऑनलाइन ठगी का था मामला
- साइबर क्राइम द्वारा की गई थी कार्रवाई
- विज्जडम ओबिन्ना चिमीजी लोटेगा आपने देश
- युवक का पूरा परिवार नाइजीरिया में रहता है
- परिवार जन ही 28 फरवरी का टिकट बुक किया है
- शहर की पुलिस और अधिकारियों का विशेष सहयोग से युवक लौटेगा अपने देश
मध्य प्रदेश की आर्थिक राजधानी इंदौर में साइबर क्राइम की कार्रवाई के दौरान नाइजीरियन को पकड़ा गया था जो कि न्यायालय में चले प्रकरण से बड़ी होने के बाद पिछले कई महीनो से एमजी रोड थाने पर ही रुका हुआ था अब पुलिस की अधिक प्रयासों के बाद वह 28 फरवरी को अपने देश वापस लौट सकेगा….।
दरअसल मामला यह है कि 2012 में ऑनलाइन धोखाधड़ी के मामले में साइबर सेल द्वारा दिल्ली से विज्जडम ओबिन्ना चिमीजी नमक नाइजीरियाई व्यक्ति को दिल्ली से गिरफ्तार किया गया था जिस पर 400 बी सहित विभिन्न धाराओं में केस दर्ज किया गया और उसे न्यायालय में पेश कर जेल की सलाखों में 2 साल तक रखा गया पूर्व प्रकरण में नाइजीरियन का केस लड़ रहे अधिवक्ता जिल शर्मा क्या कहना है कि न्यायालय में पुलिस द्वारा तमाम जो सबूत रखे गए थे वह नाइजीरियन विज्जडम आरोपी साबित करने में पर्याप्त नहीं हुए और वह 5 महीने पहले ही उसे दोष मुक्त करार दिया गया लेकिन वह नाइजीरिया देश का रहने वाला था इस कारण से सेंटर कोतवाली थाना में आने वाली जेल से रिहा होने के बाद वह थाने पर ही उसे एक कमरा और खाने पीने का खर्चा पुलिस उठाती रही पिछले 5 से 6 महीना से लगातार वह थाने पर ही रहता है और जो नाइजीरिया देश के रहने वाले हैं उसे मुलाकात करने थाने पर ही आते हैं.
खैर पुलिस के हजारों रुपए उसको खाना पीने और ठहरने में ही खर्च होगा जिसके बाद पुलिस के वरिष्ठ अधिकारियों ने नाइजीरिया की एंबेसी और भारत के उच्च अधिकारियों से संपर्क कर उसका वीजा और तमाम जो दस्तावेज थे वह तैयार करवाए गए हैं और अब वह 28 फरवरी को अपने देश नाइजीरिया वापस लौटने वाला है इसके लिए उसके परिवार जरूरी भी काफी मदद की है और कई बार उसके परिवार यहां पर मुलाकात करने भी आए थे बताते हैं कि वह यहां देश में घूमने के लिए आया था और फिर वह इस केस में फंस गया था.