रेलवे बोर्ड के महानिदेशक (संरक्षा) हरी शंकर वर्मा ने आज दिनांक 26 सितम्बर 2025 को दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के महाप्रबंधक, सभी विभागाध्यक्षों एवं मण्डल के अधिकारियों के साथ रेल संरक्षा से जुड़े विषयों पर एक महत्वपूर्ण बैठक की ।
बैठक में उन्होंने कहा कि रेल दुर्घटनाओं की रोकथाम हेतु क्षेत्रीय कर्मचारियों के साथ निरन्तर और सुदृढ़ समन्वय बनाए रखना आवश्यक है । अधिकारियों को अधिक से अधिक समय क्षेत्र में जाकर कर्मचारियों से संवाद करना चाहिए तथा उनके साथ निकटता से कार्य करना चाहिए ।
उन्होंने निर्देश दिए कि पॉइंट एवं क्रॉसिंग दुर्घटनाओं की दृष्टि से अत्यन्त संवेदनशील होते हैं, अतः इनका समुचित रखरखाव किया जाए तथा नए पॉइंट एवं क्रॉसिंग को वक्र (कर्व) पर लगाने से बचा जाए ।
लूप लाइन का अनुरक्षण भी मुख्य लाइन के समान ही किया जाना चाहिए। नई लाइन का निर्माण करते समय केवल समीपवर्ती लाइन की भौगोलिक स्थिति की नकल करने के बजाय उसके लिए उपयुक्त पद्धति अपनाई जानी चाहिए।
कोच एवं डिब्बों के अनुरक्षण में विशेष सतर्कता बरतने की आवश्यकता पर बल दिया गया । अनुरक्षण कार्य पूर्ण होने के पश्चात गहन जाँच के उपरान्त ही उसे अंतिम स्वीकृति प्रदान की जाए । उन्होंने कहा कि – “अपने कर्तव्य का निर्वहन सजगता और मनोयोग से करें । दूसरों पर अधिक निर्भर होने से त्रुटि की संभावना बढ़ जाती है ।”
बैठक में कर्मचारियों के शारीरिक एवं मानसिक स्वास्थ्य पर भी विशेष बल दिया गया । श्री वर्मा ने कहा कि कर्मचारियों को योग एवं ध्यान को अपने दैनिक जीवन का अंग बनाना चाहिए, ताकि मन शान्त रहे और कार्यकुशलता के साथ-साथ संरक्षा के स्तर में वृद्धि हो । महाप्रबंधक श्री तरुण प्रकाश ने युवा अधिकारियों को पहल करने एवं सक्रिय भूमिका निभाने की प्रेरणा दी ।
विदित हो कि श्री वर्मा दक्षिण पूर्व मध्य रेलवे के तीन दिवसीय दौरे पर हैं । दिनांक 25.09.2025 को उन्होंने रायपुर मण्डल का निरीक्षण किया । दिनांक 26.09.25 को रायपुर-बिलासपुर खंड का रियर विंडो निरीक्षण करने के पश्चात अधिकारियों के साथ बैठक किया तदुपरान्त बिलासपुर – पेंड्रा रोड खण्ड का निरीक्षण करने हेतु रवाना हुए ।