दिनांक 26 सितंबर को गोंडवाना गणतंत्र पार्टी और पुलिस के बीच हुई झड़प के मामले में गोंडवाना गणतंत्र पार्टी के कार्यकर्ताओं के ऊपर पांच फिर दर्ज की गई थी। इस मामले में 27 सितंबर को कई लोगों की गिरफ्तारियां भी हुई थी। जिसमें दयाराम गोड़उम्र 55 वर्ष निवासी ग्राम हिरौली भी गिरफ्तार हुए था,तब से उमरिया जेल में बंद थे।
जेल में बंद होने के दौरान दयाराम को पेट संबंधी समस्या उत्पन्न हुई। दयाराम सिंह को 26 अक्टूबर को जिला चिकित्सालय उमरिया में इलाज के लिए भर्ती कराया गया। स्वास्थ्य में सुधार नहीं होने पर 30 अक्टूबर को इन्हें शहडोल रेफर किया गया और हालात में लगा था सुधार नहीं होने कारण इन्हें 1 नवंबर को शहडोल मेडिकल कॉलेज के लिए रेफर किया गया था जहां 1 नवंबर से लेकर के यह लगातार जबलपुर मेडिकल कॉलेज में ईलाजरत था।
19 नवंबर को मेडिकल कॉलेज जबलपुर में दयाराम सिंह की मौत हो गई है और आज 20 नवंबर को पीएम उपरांत शव परिजनों को सौंप दिया जाएगा।
प्रतिपाल सिंह महोबिया अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक उमरिया ने मीडिया से बात करते हुए बताया कि इंटेलिजेंस से मिली रिपोर्ट के आधार पर सूचना मिली है कि गोंडवाना गणतंत्र पार्टी उक्त मामले में लॉ एंड ऑर्डर बिगड़ सकती है एतिहातन अन्य जिलों से पुलिस बल मंगाया गया है। साथी उमरिया जिले में मौजूद पुलिस बल को भी मौके पर तैनात किया गया है। ताकि कानून व्यवस्था की स्थिति बनी रहे।