मध्य प्रदेशस्टेट न्यूज

महिला दावेदार के खिलाफ पुरूष दावेदार हुए लामबंद लिखा ये पत्र

देश मे लोकसभा और विधानसभाओं में जब दशकों के इंतज़ार के बाद महिला आरक्षण का रास्ता अब साफ़ होता दिख रहा है, तब ये सवाल भी उठने लगे हैं कि ये अपनी ‘मंज़िल’ तक पहुँचेगा। इसके पीछे काफी दांवपेंच बाकी है लेकिन एक आशा की किरण जाग उठी है जो एक समय लेने के बाद मूर्त रूप धारण कर ही लेगी। महिला सशक्तिकरण को लेकर यह बड़ा कदम होगा। लेकिन मानपुर विधानसभा में महिला विरोधी गतिविधि सामने आई है. जिसमे देखा जा रहा है की महिला उम्मीदवार की दावेदारी को लेकर सवाल उठाए जा रहे हैं. 

मध्यप्रदेश के उमरिया जिलेके मानपुर विधानसभा क्षेत्र के संभावित उम्मीदवारों के नाम मध्यप्रदेश चुनाव प्रभारी संजय कपूर के नाम एक पत्र सोशल मीडिया में वायरल हो रहा है जिसमे मानपुर विधानसभा क्षेत्र -90 से पुरूष उम्मीदवार बनाए जाने के लिए दलील दी गई है। और एक अकेली महिला उम्मीदवार को टिकट न देने की दलील की गई है।हालांकि Khabarilal.net इस वायरल पत्र की सत्यता की पुष्टि नही करता है।लेकिन इस पत्र से महिला विरोधी मानसकिता खुल कर सामने आई है।

क्या लिखा गया है पत्र में

निवेदन है कि उमरिया जिले की मानपुर विधानसभा के 90 पीटने 25 वर्षों से महिला वर्ग को प्रत्याशी बनाया गया है, जिसमें 1998 के चुनाव को छोड़कर शेष चार चुनावों में पार्टी को लगातार हार का सामना करना पड़ा है। उस समय यह सीट नौरोजाबाद-81के नाम से थी। लगातार महिला वर्ग को टिकट मिलते रहने से हम सभी प्रत्यानी दोट में शामिल पुरुष वर्ग में हीन भावना आती जा रही है और हम सभी पूरी तरह से हतोत्साहित हो गये है। प्रत्यासी की दौड़ में शामिल पुरुष वर्ग से जिसे भी काँग्रेस पार्टी टिकट देगी, हम सभी पूरी निष्ठा में बगैर भेदभाव के उसको विजयी बनाने में सहयोग करेगें।

अतः हमारे इस निवदेन पर प्राथमिकता के साथ गौर करते हुए, पुरुष वर्ग के प्रत्याशी का चयन कर हम सभी पुरुष प्रत्याशियों को न्याय प्रदान करने की कृपा करें। हमे आना ही नहीं बल्कि पूर्ण विश्वास है कि कॉग्रेस पार्टी हम सभी पुरुष वर्ग के प्रत्याशियों के साथ न्याय करेगी

पत्र की ओरिजनल हो फेक एक बात तो तय है कि एक मात्र महिला प्रत्याशी को रोकने के लिए तरह- तरह के जतन किए जा रहे हैं।एक ओर मानपुर विधानसभा क्षेत्र से चौथी बार चुनावी मैदान में उतरी मीना सिंह का डोर 2 डोर प्रचार-प्रसार पाली नगर से प्रारंभ हो चुका है वही कांग्रेस उम्मीदवार फाइनल नही होने से अब दावेदारो में असंतोष बढ़ता जा रहा है।

लेकिन टिकट वितरण में हो रही देरी से अब दावेदारो के सब्र का बांध फूट रहा है। इस तरह की गतिविधियों को देखकर एक बड़ा यक्ष प्रश्न सामने आ रहा है कि क्या दर्जनभर उम्मीदवारों की इस फेहरिस्त में किसी एक को ही जब टिकट फाइनल होगी तो क्या बाकी संगठन की बात मानते हुए पार्टी को जीत दिलाने के लिए लग जाएंगे या निराश होकर घर बैठ जांएगे।

Sanjay Vishwakarma

संजय विश्वकर्मा (Sanjay Vishwakarma) 41 वर्ष के हैं। वर्तमान में देश के जाने माने मीडिया संस्थान में सेवा दे रहे हैं। उनसे servicesinsight@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है। वह वाइल्ड लाइफ,बिजनेस और पॉलिटिकल में लम्बे दशकों का अनुभव रखते हैं। वह उमरिया, मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने Dr. C.V. Raman University जर्नलिज्म और मास कम्यूनिकेशन में BJMC की डिग्री ली है।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button
error: NWSERVICES Content is protected !!

Adblock Detected

Please consider supporting us by disabling your ad blocker