कलयुग का श्रवण कुमार : जांघ की चमड़ी से बनवाई माँ के पैरों के लिए चरण पादुका

आज के इस कलयुग में जहां अपने माँ बाप को बच्चे अनाथ आश्रम छोड़कर उन्हें बेसहारा कर देते है तो वही इस घोर कलयुग में आज भी श्रवण कुमार जैसे बेटे है जो अपने माँ पिता से बहुत ज्यादा प्यार और सम्मान करते है ऐसा ही एक मामला उज्जैन से सामान आया है जहां कलयुग के इस दौर में एक बेटे ने अपनी माँ के लिए अपने जांघ चीर कर चमड़ी से माँ के चरणों के लिए चरण पादुका बनवाई और माँ को समर्पित की जैसे ही बेटे ने माँ को ये अनोखा तोहफा भेंट किया तो माँ भी भावविभोर हो गयी।

दरसल उज्जैन में रहने वाले रौनक गुर्जर ने कुछ समय पहले संकल्प लिया था कि वे अपनी माँ के लिए कुछ अलग करेंगे अपनी माँ के प्रति लगवा और प्रेम के चलते रौनक गुर्जर ने अपनी जांघ की चमड़ी से अपनी माँ निर्मला गुर्जर के लिए चरण पादुका बनाने का संकल्प लिया और उसे पूरा कर सर्जरी करवाकर चरण पादुका बनवाई और आज उन्हें भेंट की जैसे ही माँ को यहां पता चला कि बेटे ने उनके लिए चरण पादुका अपनी पैरो की चमड़ी निकलाकर बनवाई है तो माँ भी अपने आपको रोक न सकी और बेटे से लिपटकर भावविभोर हो गयी वही दूसरी और यहां नजारे को देख मोके पर मौजूद आम जन भी भावुक हो गए।

मामले में जब रौनक गुर्जर से चर्चा की तो उन्होंने बताया कि में रामायण का पाठ करता हु और प्रभु के चरित्र से काफी प्रभावित हु और भगवान राम ने ही कहा है कि अपनी माँ के लिए चमड़े से खडाऊ भी बनवा दे तो कम है बस इसी बात को लेकर मेरे मन मे ख्याल आया और माँ के लिए अपने चमड़े से मैने चरण पादुका बनवाई और माँ को भेंट की।

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