फर्जी सिम निकालने वाले गिरोह का पर्दाफाश,एक महिला सहित पांच आरोपी धार में गिरफ्तार
धार | जिले के औद्योगिक क्षेत्र पीथमपुर जहां देश के कोने-कोने से गरीब बेसहारा वर्ग मजदूरी करने यहां आते है, जिनका शोषण करने वाले मास्टरमाइंड भी पीछा नहीं छोड़ते, हाल ही में पीथमपुर पुलिस ने ऐसे ही एक मामले का खुलासा किया हैं, गरीब मजदूरों के नाम की फर्जी सिम निकाल कर फ्रॉड काम में इस्तेमाल करते थे।
मामले का खुलासा करते हुए थाना प्रभारी पीथमपुर ने बताया कि 29 मार्च को फरियादी किशोर पिता शैतान सिंह बारिया निवासी पीथमपुर सेक्टर 3 ने रिपोर्ट दर्ज कराई की चेतन परमार तथा विजय राठौड़ दोनों निवासी धार ने उसके आधार कार्ड का उपयोग करके उससे बायोमेट्रिक पर अंगूठा लगवा कर तीन सिम निकलवाए हैं और मुझे एक भी सिम नहीं दी है इस प्रकार यह दोनों व्यक्ति मेरे नाम की सिम 1 से ज्यादा निकाल कर उसका कुछ भी दुरुपयोग कर सकते हैं। मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस अधीक्षक मनोज कुमार सिंह ने थाना प्रभारी राजेंद्र सोनी को निर्देश दिए जिसके बाद टीम का गठन किया गया। और आरोपी चेतन व विजय राठौड़ के विरुद्ध धारा 420 आईपीसी एवं 66 सी ,आई टी एक्ट में प्रकरण दर्ज कर दोनों आरोपियों को हिरासत में लेकर पूछताछ की जिसमे पता चला की भोले भाले मजदूरों को 100 रूपए का लालच देकर उनसे अंगूठा लगवा कर एक से अधिक सिम उनके नाम पर तैयार करते थे और उन सिम को यश निवासी धार को डेढ़ सौ रुपए ज्यादा लेकर दे देते थे। यश उन सिम को 300 रूपए का लाभ लेकर इंदौर निवासी गायत्री को दे देता था। इन सब कड़ियों को मिलाने के बाद आरोपी गायत्री सहित चारों को गिरफ्तार कर पूछताछ की गई तब आरोपी गायत्री ने खुलासा करते हुए कहा कि इंदौर में ही रहने वाला उनका परिचित अस्तित्व नामक व्यक्ति ने ऑनलाइन गेमिंग का जॉब में मुझे रखवाया है जिसकी एवज में मुझे 45000 रुपए सैलरी मिलती है और इसी गैम में इन सिमों का उपयोग किया जाता है।
इन सभी आरोपियों के पास से करीब 300 सिम जिनमें कुछ टूटी हुई है तथा 14 मोबाइल एवं दो लैपटॉप मिले हैं। इस प्रकार प्रकरण में पांचो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आपको बता दें कि इन्होंने करीबन 1500 फर्जी सिम निकाली है जिसकी जानकारी मिलने पर पुलिस आगे इस पर जांच कर रही है।