शाजापुर में सहकारिता उपायुक्त को एक लाख 15 हजार रुपये की रिश्वत लेते हुए लोकायुक्त पुलिस उज्जैन की टीम ने रंगे हाथों पकड़ा है। सहकारिता उपायुक्त आर सी जरिया शहर के किला परिसर स्थित कार्यालय में फरियादी से एक लाख पन्द्रह हजार रुपये की रिश्वत ले रहे थे। समर्थन मूल्य पर किसानों से गेहूं की खरीदी पूरे प्रदेश में सहकारी समितियों के माध्यम से हो रही है, जिले की समितियों से सहकारिता उपायुक्त एक रुपए प्रति क्विंटल के मान से रिश्वत ले रहे थे। सहकारिता उपायुक्त की रिश्वत खोरी से परेशान होकर जिले की पांच समितियों ने लोकायुक्त पुलिस उज्जैन को शिकायत की। शिकायत मिलने पर लोकायुक्त ने फरियादी हरिदास वैष्णव समिति प्रबंधक दास्ताखेड़ी से सहकारिता उपायुक्त की बातचीत की रिकॉर्डिंग की और योजना बनाकर पांच समितियों की एक लाख पन्द्रह हजार रूपए की राशि देते हुए रंगेहाथ पकड़ा।

पांच सहकारी समितियों ने की शिकायत
डीएसपी लोकायुक्त राजेश पाठक ने बताया शाजापुर जिले की पांच समितियों के प्रबंधकों ने बताया सहकारिता उपायुक्त आर सी जरिया द्वारा समर्थन मूल्य पर शासकीय गेहूं की खरीदी पर प्रति एक क्विंटल पर एक रूपए की रिश्वत मांग रहे हैं। शिकायत मिलने पर हरिदास वैष्णव को शिकायतकर्ता बनाकर अन्य प्रबंधकों से लिखित में सहमति ले ली गई। शिकायत पर सहकारिता उपायुक्त को एक लाख पन्द्रह हजार रूपए की रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार किया गया। इनके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मामला दर्ज किया गया। लोकायुक्त पुलिस द्वारा मामला दर्ज कर विवेचना में लिया गया है।
नगर परिषद् हुई गिफ्तार
वही मध्य प्रदेश के पन्ना जिले में भाजपा नेता के द्वारा ही भाजपा की नगर परिषद अध्यक्षसारिका खटीक को 30000 की रिश्वत देते हुए गिरफ्तार करवाया गया है दरअसल भाजपा नेता और मौजूदा ठेकेदार से अमानगंज नगर परिषद की अध्यक्ष सारिका खटीक ने ₹30000 की रिश्वत मांगी थी जिसकी शिकायत लोकायुक्त पुलिस को की गई थी। कार्रवाई की जानकारी लगते ही पूरे क्षेत्र में हड़कंप मच गया है ऐसे बहुत से कम मौके होते हैं जब जनप्रतिनिधि रिश्वत लेते हुए गिरफ्तार होते हैं।