Tiger Attack :वैसे तो उमरिया जिला बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के कारण पूरे विश्व में बाघों की अधिक संख्या के लिए प्रसिद्ध हैं,लेकिन बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के बफर और कोर क्षेत्र में बसे गावों सहित पार्क की सीमा से लगे सामान्य वन मंडलों के बसे गाँव में आए दिन कोई न कोई बाघ का शिकार बन जाता हैं.
क्या हैं पूरा मामला :
दरअसल पूरा मामला उमरिया जिले के घुनघुटी चौकी अंतर्गत ग्राम पंचायत भौतरा के सुदूर जंगली क्षेत्र में बसे लहदू का हैं,जहां जंगली क्षेत्र में निवासरत 10 से 20 परिवार गाँव के पालतू पशुओं को जंगल में चरवाहे का काम कर अपना जीवन व्यापन करते हैं,उसी बस्ती में निवासरत 47 वर्षीय मुन्नी बाई पति पद्दू यादव अपने 2-3 साथियों के साथ जंगल में चौपायों को लेकर 9 दिसम्बर की देर शाम 6 बजे घर की ओर लौट रहे थे,तभी झाड़ियों के पीछे छिपे टाइगर ने मुन्नी बाई यादव पर पीछे से हमला कर दिया,बाघ के हमला करते ही मुन्नी बाई चीखने चिल्लाने लगी,मुन्नी बाई के अन्य साथिओं के द्वारा हल्ला करने पर बाघ भाग खड़ा हुआ लेकिन मुन्नी बाई के माथे और शरीर के अन्य अंगों में बाघ के नाखून लगने से रक्तस्राव ज्यादा हो गया और मुन्नी बाई ने मौके पर ही दम तोड़ दिया.
घटना स्थल पर मिले बाघ के पगमार्क :
घटना की जानकारी लगते ही चौकी घुनघुटी प्रभारी शैलेन्द्र चतुर्वेदी पुलिस अमले के साथ घटनास्थल पर पहुचे और सूचना मिलते ही वन अमला भी घटना स्थल पर पहुचा,मौके पर बाघ के पगमार्क भी मिले है,रात में ही बॉडी को सुरक्षित स्थान पर लाकर रखा गया,पोस्टमार्टम उपरांत शव परिजनों को सौप दिया गया है.
पुलिस ने मर्ग किया कायम :
चौकी प्रभारी घुनघुटी शैलेन्द्र चतुर्वेदी ने जानकारी देते हुए बताया की मौके पर मौजूद प्रत्यक्षदर्शियों और मिले शाक्ष्य के आधार पर CRPC की धारा 174 के तहत मृतिका के पुत्र फरियादी फूलचंद्र यादव पिता पद्दू यादव उम्र 25 वर्ष निवासी ओदरी की तरफ से आरक्षक 309 शेख याशिर के द्वारा मर्ग क्रमांक 131/22 की कायमी की गई है,पूरे मामले की विवेचना एएस आई मोहम्मद जसन के द्वारा की जा रही है.