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चौथे दिन भी RTO उमरिया की ताबड़तोड़ कार्यवाही झझरिया ग्रुप के पिकअप सहित कुल 6 वाहन जप्त

जिला मुख्यालय उमरिया में चौथे दिन भी आरटीओ उमरिया की कार्रवाई जारी रही। 4 जुलाई की सुबह सड़कों पर उतरी आरटीओ उमरिया की टीम के द्वारा तीन पिकअप एक ऑटो और दो तूफान वाहन जप्त किए गए हैं। वैसे जानकारी ...

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Sanjay Vishwakarma

जिला मुख्यालय उमरिया में चौथे दिन भी आरटीओ उमरिया की कार्रवाई जारी रही। 4 जुलाई की सुबह सड़कों पर उतरी आरटीओ उमरिया की टीम के द्वारा तीन पिकअप एक ऑटो और दो तूफान वाहन जप्त किए गए हैं।

वैसे जानकारी देते हुए आरटीओ उमरिया संतोष पॉल ने बताया

  • पिकअप क्रमांक MP54GA1023 के द्वारा अवैध रूप से 30 सवारी का परिवहन किया जा रहा था। जप्त किए जाने पर फिटनेस भी वाहन का नहीं मिला है।
  • वही करोड़ों का टर्न-ओव्हर करने वाले झाझरिया ग्रुप के पिकअप क्रमांक CG10AM9997 का फिटनेस समाप्त होने के बाद भी सड़को पर दौड़ाया जा रहा था।इसे जप्त किया गया है।
  • जबलपुर से अमूल दूध का परिवहन करने वाली पिकअप क्रमांक MP20LB0854 को फिटनेस न होने काराम जप्त किया गया है।
  • सेंट्रल एकेडमी के मासूम बच्चों के जीवन से खिलवाड़ करती हुई बिना फिटनेस के वाहन क्रमांक MP54R0592 को जप्त किया गया है।
  • लगातार दूसरे दिन आईपीएस स्कूल के बच्चों से भरे वाहन क्रमांक MP54ZB2405 को जप्त किया गया है।
  • वही सवारी की परिवहन में लगे हुए तूफान वाहन क्रमांक MP 54 T1084 को फिटनेस और परमिट न होने कारण जप्त किया गया है।

स्कूल वाहनों का फिटनेस, परमिट के बारे में पूछना अविभावकों का मौलिक अधिकार

आरटीओ उमरिया संतोष पॉल ने जानकारी देते हुए बताया कि जिले में बिना फिटनेस और परमिट के दौड़ रहे वाहनों के खिलाफ यह कार्रवाई लगातार जारी रहेगी ।अभिभावक अपने मासूम बच्चों को जिन स्कूली वैन या बसों के माध्यम से विद्यालयों तक भेजने का काम करते हैं। उन वाहनों की फिटनेस और परमिट के बारे में जानकारी लेना अभिभावकों का मौलिक अधिकार है। समय-समय पर आरटीओ के द्वारा वाहनों की चेकिंग करके बच्चों की सुरक्षा के लिए विद्यालयों के वाहनों के परमिट और फिटनेस को जांचा परखा जा रहा है। लेकिन मासूम बच्चे सुरक्षित स्कूल से घर तक पहुंचे इसके लिए अभिभावक भी आगे आए और विद्यालय प्रबंधन को जब वह मोटी-मोटी फीस देते हैं वाहनों के लिए तो वह विद्यालय प्रबंधन से वहां लगे हुए वाहनों की फिटनेस और परमिट के बारे में भी जानकारी प्राप्त करें। साथ ही ड्राइवर के ड्राइविंग लाइसेंस के साथ-साथ उसके कैरक्टर सर्टिफिकेट की जानकारी भी अभिभावक विद्यालय से लें। ताकि भविष्य में कहीं कोई अनहोनी घटना घटित ना हो सके।

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