कटनी जिले के बड़वारा क्षेत्र के दो मजदूरों की करंट लगने से धान रोपाई के दौरान विदिशा जिले में हुई मौत
Highlights:-
- धन रोपण करने आए मजदूरों की करंट लगने से मौत
- दो मृतकों में एक बाल मजदूर भी शामिल
- विदिशा जिले में लगातार बाल मजदूरी बढ़ रही है।
- बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो का यह हैं गृह
रोजगार के लिए कटनी जिले के ग्रामीण दूसरे जिले में जाकर के खेतों में धान रोपाई का काम करते हैं। कटनी जिले से मजदूरों के विस्थापन की खबरें लगातार आती रहती हैं.लेकिन मजदूर की जब मजदूरी करने के दौरान किसी दूसरे जिले में मौत हो जाए तो इससे दुखद खबर उसे परिवार के लिए नहीं हो सकती है।
ताजा मामला मध्य प्रदेश के विदिशा जिले के ग्राम सूरजपुर का है। जहां कटनी जिले के बड़वारा थाना क्षेत्र केदो बाल मजदूरों की धान रोपाई के दौरान करंट लगने से मौत हो गई है मिली जानकारी के अनुसारदोनों मजदूरों में से एक की उम्र 18 वर्ष से काम की बताई जा रही है।
अब ऐसे में सवाल यही बनता है कि लगातार विदिशा जिले में बाल मजदूरी की खबर सामने आ रही है और वही विदिशा जिले से ही बाल संरक्षण आयोग के अध्यक्ष प्रियंक कानूनगो का यह गृह जिला भी है, लेकिन फिर भी लगातार जिले में बाल मजदूरी कराई जा रही है, और अन्य जिले से भी मजदूरी के लिए बच्चे विदिशा जिले में मजदूरी के लिए लाए जा रहे है।
जानकारी मृतकों को धान रोपण के करने कटनी जिले से लाया गया था, एक बच्चे सहित दो लोगो के करंट की चपेट में आने से मौत हो गई, फिलहाल मृतकों का मेडिकल कॉलेज में पीएम कराया जा रहा है लेकिन इस पूरे मामले पर अब प्रशासन बाल मजदूरी के मामले में क्या कार्यवाही होगी….??? इस पर अभी कोई जवाब नहीं दे पा रहा है…