MP Vypam Ghotala :रुकने का नाम नही ले रही व्यापम घोटाला एक्सप्रेस जद में आया शहडोल जिले में पदस्थ आरक्षक उठा ले गई STF टीम
MP Vypam Ghotala : मध्यप्रदेश का बहुचर्चित व्यापम घोटाले का असर आप इस बात से समझ सकते हैं की राज्य सरकार को अंततः व्यापम का नाम भी बदलना पड़ गया लेकिन आज भी व्यापम घोटाला एक्सप्रेस रुकने का नाम नही ले रही हैं,जाँच की आँच में झुलसे एक आरक्षक को STF की टीम गिरफ्तार का साथ ले गई.
क्या है पूरा मामला :
शहड़ोल जिले के बुढार थाने में उस वक्त हड़कंप मच गया जब ग्वालियर से आई एसटीएफ के तीन सदस्सीय टीम ने बुढार थाने में पदस्थ एक आरक्षक को पकड़कर अपने साथ ले गई, दरअसल उक्त आरक्षक के ऊपर वर्ष 2014 में ह व्यापम में हुए पुलिस आरक्षक भर्ती घोटाले में शामिल होने का आरोप था । जिसकी जांच लंबे समय से चल रही थी। जांच के बाद उसे ग्वालियार से आई स्पेशल टास्क फोर्स (STF) ,की तीन सदस्यीय टीम ने गिरफ्तारी वारंट दिखा गिरफ्तार कर ले गई.
आरक्षक के खिलाफ जारी हुआ गिरफ्तारी वारंट ;
ग्वालियार से आई स्पेशल टास्क फोर्स (STF),की तीन सदस्सीय टीम बुढार थाने पहुँची और अपना परिचय एसटीएफ ग्वालियर के रूप में दिया और अपना परिचय पत्र दिखाया । साथ ही बुढार थाने में पदस्थ आरक्षक परिमल सिह की जांच से सम्बंधित कागज व उसकी गिरफ्तारी का वारंट भी दिखाया। थाने में मौजूद आरक्षक परिमल सिंह के पास पहुँच गए और उसे पकड़ कर अपने कब्जे में ले लिया। इसके बाद टीम आरक्षक वहां से उसे अपने साथ वाहन में लेकर चली गयी ।
आरक्षक परिमल सिंह की जगह और कोई बैठा था व्यापम की परीक्षा में :
आपको बता दे कि उक्त आरक्षक वर्ष 2014 में व्यापमं के जरिए हुई पुलिस आरक्षक भर्ती में शामिल होकर नौकरी हासिल करने का आरोप था। जिसकी गुप्त शिकायत एसटीएफ को की गई थी। इसके बाद एसटीएफ ने इसकी जांच शुरू की तो पता चला कि आरक्षक परिमल सिंह व्यापम द्वारा आयोजित पुलिस आरक्षक भर्ती परीक्षा में स्वयं शामिल नही हुआ था बल्कि उसके नाम पर किसी अन्य व्यक्ति ने परीक्षा दी थी। गुप्त शिकायत के बाद जब परिक्षा में शामिल हुए अभ्यार्थी व परिमल सिंह के अंगूठे के निशान मिलाए गए तो वह अलग अलग थे । इसके बाद कई बार आरक्षक परिमल कुमार को जांच के लिए एसटीएफ ग्वालियर द्वारा बुलाया गया। अंततः जांच में दोषी पाए जाने के बाद आज उसे एसटीएफ द्वारा बुढ़ार थाना से गिरफ्तार कर लिया गया ।
वही इस मामले में शहडोल एसपी कुमार प्रतीक का कहना था कि व्यापमं घोटाले में शामिल होने को लेकर उसकी जांच रही थी, जिस पर एसटीएफ ने आरक्षक को गिरफ्तार किया है।