मुख्य कार्यपालन अधिकारी जनपद पंचायत और लेखपाल के विरोध में अब स्वयं जनपद अध्यक्ष और क्षेत्र के सरपंच आ गए हैं।
अनूपपुर जिले के कोतमा जनपद अंतर्गत आज जनपद अध्यक्ष जीवन सिंह और कोतमा जनपद के जनपद सदस्य के साथ सरपंचों ने कोतमा प्रभारी सीइओ और लेखापाल के खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। सीईओ कोतमा और लेखपाल के तानाशाही रवैया, बजट पर मनमानी और विकास कार्यों पर अनदेखी के विरुद्ध में जनपद अध्यक्ष, जनपद सदस्य, सरपंच और उपाध्यक्ष आमरण अनशन में बैठ गए हैं, प्रभारी सीइओ और लेखपाल को हटाने की मांग की जा रही है।
जनपद पंचायत कोतमा में प्रभारी जपं सीइओ और प्रभारी लेखापाल के खिलाफ जपं अध्यक्ष और सदस्य लामबंद हो गए हैं, जहां सोमवार को जनपद कोतमा परिसर के समक्ष ही आमरण अनशन पर बैठ गए हूं।
आमरण अनशन में बैठे जनपद अध्यक्ष और सदस्यों और सरपंच की मांग है कि कोतमा जनपद मद की राशियों विकास कार्य प्रभारी मुख्य कार्यपालन अधिकारी एवं प्रभारी लेखापाल दोनों के तानाशाही से नहीं कर सके हैं। विकास कार्य अवरूद्ध है। प्रभारी अधिकारी एवं प्रभारी लेखापाल स्वयं को लाभ अर्जित करने भ्रष्टचार करने में माहिर है। वहीं मुख्य मांगों में जनपद समिति द्वारा दी गई 15 वित्त की 10 प्रतिशत राशि की 2022-23 एवं 2023-24 दो वर्ष की कैशबुक बिल, व्हाउचर एवं सभी अभिलेख जब्त कर जांच कराया जाए।
5वां राज्य वित्त आयोग की राशि से जप के बिना प्रस्ताव के ही नियम विरूद्ध कुर्सी, टेबिल, पंखा, कूलर, क्रय कर भ्रष्टचार किया गया है, सभी रिकार्ड जब्त कर जांच कराई जाए। वर्ष 2022-23 एवं 2023-24 में राज्य शासन द्वारा दी गई मद 5वां राज्य वित्त में कार्यालय द्वारा किए गए भुगतान बिल, कैश बुक जब्त कर जांच कराया जाए। विष्णु गुप्ता प्रभारी लेखापाल विगत कई वर्षों से वित्त का प्रभार कार्य देख रहे हैं, वर्ष 2015- 16 से 2022-23 तक की सभी अभिलेख जब्त कर जांच कराई जाए। प्रभारी लेखापाल और प्रभारी सीइओ को पद से मुक्त कर जांच कराया जाए शामिल है।