MP News : खेतों में छोड़ा जा रहा राइस मिल का गंदा पानी। फसल बर्बाद, शिकायत के बाद भी नहीं हुई कोई कार्रवाई। केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान संसदीय क्षेत्र में किसानों के हालबेहाल है। सागर राइस मिल ने रात में गंदा पानी पाइप लगाकर किसान के खेत मे छोड़ दिया जिससे किसान फसल खराब हो गई। हालांकि किसान ने प्रशासन ने इसकी शिकायत भी की है। ऐसा यह कोई पहला मामला नही जब किसानों के खेतों में राइस मिल का गंदा पानी छोड़ा गया हो इससे पहले भी कई किसानों के खेतों में गंदा पानी छोड़ा गया है, जिससे उनकी फसल खराब हो चुकी है। राइस मिल के अधिकारी पहले किसानों के खेतो में पानी छोड़ते है उसके बाद जब किसान इसकी शिकायत करता है और कार्यवाही नही होने से परेशान किसानों को मिल के अधिकारी जमीन कोहली देने या बेचने का प्रलोभन देते है, मजबूरी में किसान अपनी जमीन राइस मिल को कोहली दे देते है या ओनेपौने दामों में बेच देते है।
ताजा मामला भोपाल जबलपुर नेशनल हाइवे पर स्थित सिंधी कैंम्प गांव के पास बनी सागर राइस मिल का है। रात में किसान के खेत में गंदा पानी छोड़ दिया गया जिसके कारण किसान की पूरी फसल बर्बाद हो गई। वहीं मामले को लेकर किसान ने इसकी शिकायत तहसील कार्यलय से लेकर थाने तक की, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई।
ऐसा यह पहला मामला सामने नहीं आया है। इससे पहले भी सागर राइस मिल ने किसानों के खेतों में गंदा पानी छोड़ा था, जिससे फसल चौपट हो रही थी। राइस मिल से निकलने वाली दुर्गंध से हाइवे से निकलने वाले राहगीरों समेत ग्रामीण काफी परेशान रहते है। इसकी बदबू से हाइवे से गुजरने वाले वाहन चालकों का निकलना मुश्किल हो गया है।
पीड़ित किसान माखन सिंह राजपूत ने बताया कि, सागर राइस मिल वाले हमे परेशान कर रहे हैं। जबरन खेत में रातों रात पानी छोड़ दिया जिससे पूरी फसल बर्वाद हो गई सागर राइस मिल वाले खेत में गंदा पानी छोड़ने से फसल भी नहीं उगा पा रहे हैं। मिल वाले कहते है कि जहां जाना है जाओ शिकायत करो। अगर कुछ ज्यादा बोलो तो कंपनी वाले गार्ड लेकर आ जाते है। किसान माखन के पिता और मां से भी कम्पनी के सुरक्षाकर्मियों द्वारा अभद्रता की गई किसान माखन ने डायल 100 पर शिकायत की। लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है। किसान ने सब जगह आवेदन दिया है उसके बाद भी कोई सुनवाई नहीं हो रही है। नायव तहसीलदार नीलेश सरवटे ने कहा कि हमने पटवारी को जांच के लिए बोला है। जैसे ही जांच रिपोर्ट आएगी उसके बाद आगे की कार्रवाई की जाएगी। साथ ही पीड़ित किसान को उचित मुआवजा दिलाया जाएगा।