Highlights
- “आत्मदाह का प्रयास”
- बेरोजगार युवक कलेक्ट्रेट में लेकर पहुंचा पेट्रोल
- खुद पर डालने से पहले ही सुरक्षाकर्मियों ने पकड़ा
- SCST वर्ग के युवाओं के लिए संत रविदास स्वरोजगार योजना के तहत लोन ना मंजूर होने पर उठाया कदम
- पात्र होने और सभी दस्तावेज होते हुए भी लोन ना मंजूर होने पर जाहिर किया दर्द
- कलेक्टर मैडम से लगाई इच्छा मृत्यु की गुहार
- लोन मंजूर कराओ या इच्छा मृत्यु दीजिए कलेक्टर मैडम
- हजीरा निवासी शुभम वर्मा को कलेक्टर रुचिका चौहान ने आश्वासन दिया
- बैंक के साथ संबंधित विभाग से जानकारी ली जाएगी
- दस्तावेज और पात्र होने पर लोन मंजूर कराने का दिया आश्वासन
ग्वालियर कलेक्टर की जनसुनवाई में एक युवक ने आत्मदाह का प्रयास किया,वह अपने बैग में पेट्रोल लेकर पहुंचा था, खुद पर पेट्रोल डालने से पहले सुरक्षा कर्मियों ने उसे पकड़ लिया, युवक SC वर्ग से आता है और संत रविदास स्वरोजगार योजना के तहत पात्र होने के बाबजूद लोन आवेदन बार बार मंजूर न होने पर व्यथित था।
दरअसल एससी एसटी वर्ग के लिए संत रविदास स्वरोजगार योजना चलाई गई है, जिसमें ग्वालियर के हजीरा स्थित कांच मिल में रहने वाला शुभम वर्मा ने बीते 2023 में आवेदन किया था, लेकिन डॉक्यूमेंट की कमी बताते हुए उसका आवेदन खारिज कर दिया गया, 2024 में उसके द्वारा फिर से योजना के तहत आवेदन किया गया और प्रोजेक्ट फाइल भी सबमिट की, लेकिन इस बार भी उसका आवेदन गारंटी के अभाव में खारिज कर दिया गया, जब उसके द्वारा बैंक पहुंच जानकारी मांगी गई तो उसे बताया गया कि उसे प्राइवेट लोन आसानी से मिल जाएगा लेकिन योजना के तहत उसे लोन चाहिए तो उसे मार्जिन मनी जमा करनी होगी, स्वरोजगार की तलाश में शुभम ने बैंक में मार्जिन मनी भी जमा कर दी, उसके बावजूद उसका जब लोन मंजूर नहीं किया गया तो वह टूट गया और ग्वालियर कलेक्टर की जनसुनवाई में पहुंच गया, जहां वह अपने बैग में पेट्रोल लेकर आया था, युवक ने कलेक्टर रुचिका चौहान को अपना दर्द भरा आवेदन दिया वहीं दूसरी ओर बैग से पेट्रोल निकालने की कोशिश की, इसी दौरान पास में खड़े सुरक्षा कर्मियों की नजर उसे पर पड़ी और वह अपने ऊपर पेट्रोल डालता उसके पहले ही उसे पकड़ लिया और बैग में रखी पेट्रोल की बोतल को जप्त कर लिया गया।
युवक शुभम वर्मा का कहना है कि वह अभी ऑटो चलाता है और संत रविदास स्वरोजगार योजना के तहत वह लोन हासिल कर खुद की टैक्सी चलाना चाहता है लेकिन बार-बार उसके आवेदन को बिना कारण के कैंसिल किया जाता रहा है, ऐसी स्थिति में कलेक्टर रुचिका चौहान से गुहार लगाई है कि वह पात्र होने की स्थिति में लोन मंजूर करवाए, यदि ऐसा नहीं होता है तो उसे इच्छा मृत्यु प्रदान की जाए, यदि कलेक्टर इच्छा मृत्यु नहीं देगी तो वह कलेक्टर कार्यालय के बाहर आत्मदाह करने को मजबूर होगा।
बेरोजगार युवक शुभम वर्मा के मामले में ग्वालियर कलेक्टर रुचिका चौहान का कहना है कि वह SC कैटेगरी से आता है। विभिन्न योजनाओं में क्रांतिकारी के हिसाब से स्वरोजगार के लिए लोन उपलब्ध कराया जाता है, युवक ने बताया था कि वह काफी समय से स्वरोजगार लोन के लिए प्रयासरत है लेकिन बैंक से उसे सपोर्ट नहीं किया जा रहा है। ऐसी स्थिति में AC ट्राइबल और बैंक अधिकारी को युवक की प्रॉब्लम सॉर्ट आउट करने के निर्देश दिए।