सिंगरौली : निगरी निवासी प्रवीण साहू, जो भारतीय सेना के कोबरा कमांडो में पदस्थ हैं, ने समाज में एक प्रेरणादायी उदाहरण प्रस्तुत किया। उन्होंने 12 फरवरी 2025 को सिंगरौली निवासी स्वाति शाह संग विवाह संपन्न किया, जिसमें दहेज प्रथा का पूर्णतः बहिष्कार किया गया। इस विवाह में न तो तिलक की मांग की गई, न ही किसी प्रकार का दहेज लिया गया।
प्रवीण साहू के इस निर्णय ने समाज के युवाओं के लिए एक सशक्त संदेश दिया कि विवाह जैसे पवित्र बंधन को लेन-देन की परंपराओं से मुक्त रखना चाहिए। उन्होंने अपने विचार साझा करते हुए कहा कि दहेज लेना न केवल सामाजिक बुराई है, बल्कि यह विवाह की गरिमा को भी आहत करता है।
प्रवीण के पिता जीतलाल साहू, जिन्होंने अपने परिवार में समानता और नैतिक मूल्यों की शिक्षा दी, ने बताया कि उनके पांच पुत्रियां और दो पुत्र हैं, जिनमें प्रवीण सबसे छोटे हैं। उन्होंने भी इस विचारधारा का समर्थन करते हुए कहा कि समाज को अब दहेज प्रथा जैसी कुप्रथाओं से मुक्त होने की आवश्यकता है।
इस दहेजरहित विवाह से यह संदेश स्पष्ट होता है कि यदि युवा पीढ़ी संकल्प ले, तो सामाजिक कुरीतियों को समाप्त किया जा सकता है। यह विवाह सिंगरौली के समाज में एक मिसाल बनकर उभरा है, जो निश्चय ही भविष्य में कई परिवारों को प्रेरित करेगा।
सिंगरौली से धर्मेन्द्र साहू की रिपोर्ट