उमरिया जिले के नौरोजाबाद थानांतर्गत ग्राम रहठा में 14 अप्रैल की दोपहर बाद डॉ भीमराव अम्बेडकर की जयंती के अवसर पर गाँव मे रैली के दौरान रैली में शामिल हुए छोटे बच्चों को अज्ञात ऑटो चालक अपनी ऑटो में बैठाकर फरार हो गया।घटना की जानकारी लगते ही रैली में मौजूद कुछ परिजनों ने ऑटो का पीछाकर उसे रुकवा लिया लेकिन तब तक ऑटो चालक फरार हो चुका था। 5 बच्चों के साथ राजेश सिंह ने 14 अप्रैल की देर शाम नौरोजाबाद थाने में अज्ञात ऑटो चालक के खिलाफ अपरहण के प्रयास की सूचना दर्ज करवाने के लिए शिकायती आवेदन प्रस्तुत किया।
घटना के संबंध में ग्राम रहठा निवासी फरियादी राजेश सिंह ने बताया कि डॉ भीमराव अंबेडकर की जयंती के उपलक्ष्य में ग्राम रहठा में रैली का आयोजन किया गया था।रैली के दौरान अज्ञात ऑटो चालक के द्वारा बच्चों को ऑटो में बैठाकर ग्राम बोदली की ओर रवाना हो गया।जिसमें से एक बच्चा ऑटो से कूदकर घटना की जानकारी हमे दिया।उसने बताया कि ऑटो चालक बच्चो को रस्सी बांधकर ले गया है।ऑटो में 16 बच्चे थे। सूचना मिलने के बाद हम मोटरसाइकिल से उसे पकड़ने का प्रयास किए तो जाकर देखे की एक बच्चे का पैर और हाथ बांधकर ऑटो चालक ने लटका रखा था।हमने बच्चो को उसके कब्जे से छुड़ाने के दौरान उससे पूछा कि तुम ये सब क्या कर रहे हो तो उसने बातों को टालते हुए मौके से फरार हो गया।ऑटो को रहठा फारेस्ट चौकी में खड़ा करवा कर हम बच्चों के साथ नौरोजाबाद थाना शिकायत करने आए हुए है।
वही एक बालक ने जानकारी देते हुए बताया कि जुलूस के दौरान जब हम नाच रहे थे।तो एक ऑटो वाले आया और कहा कि चलो घूमने चलते है।ऑटो ले जाकर ग्राम बोदली में जब खड़ा कर हममे से कुछ लोगो को बांधकर मारपीट करने लगा तभी हमारे पिता जी ने आकर हमको छुड़ा लिया।वहीं कुछ बच्चों ने यह भी बताया कि वह खुद ही ऑटो में बैठ गए थे.
घटना के सम्बंध में SDOP पाली शिवचरण बोहित में जानकारी देते हुए बताया कि डायल100 पर एक इवेंट आया था कि अपरहण किए जाने की सूचना प्राप्त हुई थी।मौके पर पुलिस अधिकारियों को भेजा गया था।थाने में बच्चों के साथ शिकायतकर्ता राजेन्द्र सिंह आए हुए थे।जिनके द्वारा एक लिखित आवेदन पत्र दिया गया है।ऑटो चालक के द्वारा ग्राम रहठा से पास के गाँव ग्राम बोदली की ओर लेकर गया है।बच्चो को वहां से ले आया गया है।ऑटो चालक धनेश महरा की पहचान उमरिया जिले के बिलासपुर चौकी अंतर्गत ग्राम हर्रवाह के निवासी के रूप में हुई है।उसकी पुलिस ने पतासाजी कर ली है।ऑटो चालक से विवेचना के दौरान उसने कहा कि वह ऑटो चलाता है।गाँव के पास से ही कोल समाज मे सगाई के लिए वह ऑटो को बुकिंग पर ले कर आया था।बोदली गाँव मे राजेन्द्र नाम के ग्रामीण से उसकी रिस्तेदारी है। राजेन्द्र को गेहूं पिसवाने के लिए वह ग्राम रहठा लेकर आया था।उस दौरान ग्राम बोदली निवासी राजेन्द्र के मामा का सचिन नाम लड़का उसे उसने ऑटो में बैठा लिया और जिन बच्चों के अपरहण की बात बताई जा रही है उन बच्चों को भी ऑटो चालक ने बैठा लिया या ये बच्चे खुद बैठ गए। ग्राम रहठा से लगे हुए ग्राम बोदली तक वह उन बच्चों को बैठ कर ले गया था। बच्चों के अपहरण के आशय का एक आवेदन पत्र राजेश सिंह के द्वारा प्राप्त हुआ है। उक्त मामले में जांच की जा रही है। जांच उपरांत कार्यवाही की जाएगी।
घटना का सारांश
मीडिया कर्मियों के द्वारा जब तथाकथित पीड़ित बालको से बातचीत की गई तो उनमें से कई बालकों ने कहा कि वह खुद ऑटो में सवार हो चुके थे। बच्चों के द्वारा यह भी स्वीकार किया गया कि ऑटो बोदली में जाकर की खड़ा हो गया था। एसडीओपी पाली के द्वारा दिए गए बयान और बच्चों के द्वारा एसडीओपी के पूर्व दिए गए बयानों में सामानता होने से यह प्रतीत होता है कि यह घटना अपहरण से जुड़ी हुई नहीं है बल्कि जाने अनजाने में बच्चों के द्वारा ऑटो में बैठना और ऑटो चालक का अपने गंतव्य पर जाकर के वाहन को खड़ा कर देना कहीं ना कहीं अभिभावकों की लापरवाही का भी नतीजा है। हालांकि घटना की सूचना के बाद में एसपी उमरिया निवेदिता नायडू लगातार इस मामले में पूरी तरीके से नजर बनाई हुई थी। पुलिस इस मामले में फूंक फूंक कर कदम रख रही है और मामले की जांच में जुटी हुई है। हालांकि एक ऑटो वाहन में 16-16 बच्चों का एक साथ अपहरण करके कहीं अज्ञात स्थान पर ले जाना यह घटना भी किसी के गले नहीं उतर रही है.हालांकि मौके पर गांव की कुछ लोगों के द्वारा ऑटो में भी तोड़फोड़ की गई है.