Umaria RTO News : उमरिया जिले में इन दिनों परिवहन विभाग की निष्क्रियता की बदौलत जिले में स्कूली बच्चों की सुरक्षा के साथ में खिलवाड़ हो रहा है। जिला मुख्यालय उमरिया सहित तहसील मुख्यालय में स्कूलों में अटैच वाहनों का फिटनेस,बीमा सहित कई गंभीर लापरवाहियां देखने को मिल रही है। लेकिन कुम्भकर्णी नींद में सोया हुआ परिवहन विभाग शिक्षण सत्र शुरू होने के बावजूद भी अभी जिले में एक भी ऐसी कोई कार्रवाई नहीं कर पाया, यही कारण है कि ऐसे तमाम लोगों के हौसले बुलंद हैं जो ऐसे कंडम वाहनों में विद्यालयीन छात्र-छात्राओं की सुरक्षा के साथ में खिलवाड़ कर रहे हैं।
मानपुर मुख्यालय में आज कांग्रेस के द्वारा इन अजरकताओ के विरोध में पुरजोर विरोध करते हुए राज्यपाल महोदय के नाम स्थानीय प्रशासन को ज्ञापन सौंपा गया है। ज्ञापन सौपने के दौरान कांग्रेस के वरिष्ठ नेता ओपी द्विवेदी के द्वारा आरोप लगाते हुए कहा गया कि मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ मोहन यादव के द्वारा बच्चों के आवागमन के लिए निशुल्क बस सेवा पूरे प्रदेशभर में शुरू की गई है। मानपुर में संदीपनी हायर सेकेंडरी उत्कृष्ट विद्यालय के लिए 14 जुलाई के दिन क्षेत्रीय विधायक के द्वारा इन बसों को हरी झंडी दिखा करके बस सेवा मानपुर में प्रारंभ की गई है।
स्कूल बस सेवा प्रारंभ होते ही दूसरे दिन से जिन बसों को परिवहन में लगाया गया है उन बसों में तकनीकी समस्या आने लगी हैं। और आज 18 जुलाई तक यह बसें लगातार तकनीकी समस्या के कारण सड़कों पर खड़ी देखी जा सकती हैं। उन्होंने आगे कहा कि जहां से भी इन बसों का अनुबंध स्कूली बच्चों के परिवहन के लिए किया गया है। ये सभी बसें कंडम स्थिति में है और उनकी हालत काफी जर्जर है। इन बसों का संचालन छात्रों के जीवन हित के लिए जरा भी उपयुक्त नहीं है।
14 जुलाई को बस सेवा प्रारंभ हुई थी लेकिन 15 जुलाई को ही बच्चों से भरी हुई बस का टायर फूट गया। और बड़ी दुर्घटना होते-होते बच गई। जिन ड्राइवर के द्वारा स्कूल बस का परिवहन किया जा रहा है वह अपने काम में दक्ष नहीं है ऐसे तमाम ड्राइवर के लाइसेंस की जांच भी होनी चाहिए। जिला परिवहन विभाग के द्वारा इन बसों के लिए जो फिटनेस का सर्टिफिकेट जारी किया गया है इन सर्टिफिकेट की जांच भी होनी चाहिए। मानपुर नगर के आसपास 17 जुलाई को तीनों बसें सड़क पर तकनीकी समस्या आने के बाद खड़ी हुई दिखाई दी। जब जानकारी एकत्रित गई तो पता चला कि कुछ वर्षों की स्टेरिंग फेल हो गई है कुछ बसें पंचर हो गई हैं। और कल 17 जुलाई को लखनौटी उर्दना के पास एक बस दुर्घटना ग्रस्त हो गई थी। जितने भी बसे हैं स्कूल में अटैच की गई है। सभी की फिटनेस सर्टिफिकेट की जांच होनी चाहिए। भविष्य में यदि छात्र-छात्राओं के साथ की सुरक्षा के साथ में कोई खिलवाड़ होता है, तो इसकी पूरी जवाबदारी प्रशासन की होगी। हमारी मांग है कि इन बसों को तत्काल बदल करके नई बसों का संचालन किया जाए।
कांग्रेस के द्वारा जिस तरीके से आज स्कूली बसों के फिटनेस पर प्रश्न चिन्ह खड़े किए गए हैं। यह जिला परिवहन विभाग उमरिया के लिए बड़ा चुनौती पूर्ण सवाल है। यदि बसों का फिटनेस सही नही है तो फिर किन विशेष परिस्थितियों में बसों को फिटनेस सर्टिफिकेट दिया गया।गौरतलब है कि जिला परिवहन अधिकारी का नियमित रूप में कार्यालय न आना जिले में लचर परिवहन व्यवस्था विकराल रूप लेती चली जाएगी।
यदि जिला परिवहन विभाग उमरिया द्वारा जारी फिटनेस सर्टिफिकेट के साथ-साथ संबंधित स्कूल बसों की मौजूदा हालात की जांच हो तो विभाग में हो रहे भ्रस्टाचार की पोल खुलते देर नही लगेगी।