MP News : बारह ज्योतिर्लिंगों में से एक उज्जैन के महाकाल मंदिर में शिव नवरात्री के दूसरे दिन भवान शिव का वासुकी नाग के रूप में श्रृंगार किया गया । उज्जैन के महाकाल मंदिर में शिवरात्रि के पहले शिव नवरात्रि मनाए जाने की परम्परा है और पुरे भारत वर्ष में महाकाल मंदिर में ही इस तरह की परम्परा का निर्वहन किया जाता है । बाबा महाकाल का शनिवार को वासुकी नाग के रूप में श्रंगार देख कर श्रद्धालु अभिभूत हो गए ।
उज्जैन के महाकाल मंदिर में शिवनवरात्रि का त्यौहार बड़ी धूमधाम से मनाया जा रहा है जिसमें प्रतिदिन बाबा महाकाल का अलग-अलग रूपो में 9 दिनों तक आकर्षक श्रृंगार किया जाता है । यह परम्परा सिर्फ उज्जैन के महाकाल मंदिर में ही मनाई जाती है । इसी परम्परा का निर्वाह करते हुए शिव नवरात्री के दूसरे दिन महाकाल को वासुकी नाग धारण कराकर आकर्षक श्रंगार किया गया । बाबा महाकाल को श्रृंगार में नीले वस्त्र फूल की माला के साथ फलों की माला पहनाई गई ।
बाबा महाकाल के श्रंगार में भांग, सूखा मेवा, फल फुल और वासुकी नाग से श्रृंगारित किया गया । साथ ही भगवान् महाकाल को आज दूल्हे बनाने की परम्परा के अंतर्गत नीली धोती और नीला दुपट्टा श्रंगार के रूप में पहनाई गई । महाकाल मंदिर में शिव नवरात्रि में बाबा महाकाल का 9 दिन तक अलग-अलग श्रृंगार किये जाएंगे और अंत में महाशिवरात्रि का पर्व महाकाल मंदिर में बड़े उत्साह और धूमधाम से मनाया जाएगा । इस मौके पर बड़ी संख्या में श्रद्धालु महाकाल मंदिर में अलग-अलग श्रृंगारों के दर्शन करने के लिए उज्जैन पंहुचते है । कल तीसरे दिन महाकाल मंदिर में बाबा का घटाटोप श्रृंगार किया जाएगा । बाबा महाकाल के शिवरात्रि में सभी 9 रूपों के दर्शन करने से श्रद्धालु धन्य हो जाते है ।