मटका कुल्फी खाने के बाद 50 लोगों की तबियत बिगड़ने के बाद जिले में हडकंप मच गया था. खरगोन जिले के मेनगांव थाना क्षेत्र में बीती रात नागझिरी के पास रेणुका माता के मेले मे मटका कुल्फी खाने से फूड पायजनिंग के शिकार हुए 55 मरीज में से 30 मरीज को डिस्चार्ज कर दिया गया। राहत भरी खबर है की डॉक्टर्स के परीक्षण के बाद डिस्चार्ज मरीजो में 20 बच्चे डिस्चार्ज हुए है।
कुल 55 मरीजो में 25 बच्चे फूड पायजनिंग के शिकार हुए थे। बीती देर रात 1 बजे के बाद पेट दर्द के साथ ही उल्टी दस्त की शिकायत के बाद तबाडतोड नागझिरी, राजपुरा, छटलगांव, बडगांव, घट्टी और बलगांव के लोगो को जिला अस्पताल खरगोन में भर्ती कराया गया था। अचानक एक साथ 6 गांव के लोगो के फूड पायजनिंग का शिकार होने की खबर से हडकंप मच गया था।
जिला अस्पताल में अब मात्र 25 मरीजो का उपचार किया जा रहा है। हलाकि सभी की मरीजो की हालत स्थिर है। आज देर शाम तक सभी मरीजो के छुट्टी होने की सम्भावना है। मरीजो को बेहतर स्वास्थ्य उपचार के साथ ही निगरानी में रखा गया है। गौरतलब है की खरगोन के राजपुरा और छटलगांव के बीच रेणुका माता मंदिर में प्रतिवर्ष एक दिवसीय मेले का आयोजन होता है।
बडी संख्या में आसपास के ग्रामीण पहुंचते है। बताया जा रहा है की बीती रात मटका कुल्फी खाने के बाद देर रात करीब 40 लोग और बाद में 15 मरीजो को जिला अस्पताल मे भर्ती कराया गया था। आरएमओ डॉ दिलिप सेप्टा ने मीडिया को बताया की 55 मरीज में से 30 मरीजो को डिस्चार्ज कर दिया गया। जिला अस्पताल में भर्ती अब 25 मरीज की हालत स्थिर है। देर शाम तक निगरानी में रखा है। सभी मरीजो को आज डिस्चार्ज कर दिया जायेगा। फूड पाॅयजनिंग के शिकार 25 बच्चो में से 20 बच्चो की छुट्टी कर दी गई है। सभी मरीजो की स्वास्थ्य बेहतर है।
Article by : हेमंत नागझिरिया