नगर व क्षेत्र में लंबे समय से फर्जी एवं बिना डिग्री वाले डॉक्टरों के द्वारा क्लीनिके संचालित की जा रही थी। जहां भोले भाले ग्रामीणों का गलत इलाज किए जाने कारण मौत का शिकार हो रहे थे। बीते दिनों सागर के देवरी नगर के एक फर्जी डॉक्टर समीर विश्वास बंगाली डॉक्टर के नाम से अपनी क्लीनिक संचालित कर रहा था जिसके द्वारा गलत एवं लापरवाही पूर्वक इलाज करने से बीते 3 महीनों में दो मौतें होने का मामला सामने आया था.
घटना के बाद स्थानीय मीडिया के द्वारा लगातार समाचार पत्रों में झोलाछाप डॉक्टरों की संचालित क्लीनिको के विरोध में समाचार प्रकाशित किए जा रहे थे समाचार पत्रों में प्रकाशित खबरों को संज्ञान में लेते हुए स्थानीय देवरी के स्वास्थ्य अधिकारी ब्लॉक मेडिकल ऑफिसर के द्वारा स्वास्थ्य विभाग की टीम के साथ सोमवार को नगर की फर्जी एवं झोलाछाप डॉक्टरों की करीब आधा दर्जन क्लिनिको पर छापा मारा एवं उपचार संबंधी जांच की जिसमें एक बंगाली डॉक्टर रतिन राय की क्लीनिक जो वर्षा अस्पताल के नाम से संचालित की जा रही थी.
जहां से कार्यवाही के दौरान बड़ी मात्रा में एलोपैथिक दवाइयां जप्त की गई तो वहीं पंचनामा कार्यवाही कर अस्पताल को सील किया गया वही कार्यवाही के दौरान जांच टीम को देखकर डॉक्टर मौके से फरार हो गया इसी तरह नगर की अन्य क्लीनिक पर बीएमओ के द्वारा पहुंचकर जांच की गई जहां सभी क्लीनिक पर बगैर रजिस्ट्रेशन के एवं बगैर डिग्री के कई क्लिनिक्स संचालित की जा रही थी जिन्हें समझाइश देकर बंद करने के निर्देश दिए गए बीएमओ डॉक्टर ने जानकारी देते हुए बताया कि प्रथम दिवस कार्यवाही के दौरान नगर की आधा दर्जन से क्लिनिक्स पर जांच की गई है जहां क्लीनिक संचालित करने के लिए रजिस्ट्रेशन की कमी पाई गई साथ ही अन्य अनियमितताएं भी देखने को मिली वही उनका कहना है कि इसी तरह की कार्यवाही आगे और भी जारी रहेगी ग्रामीण क्षेत्रों में इलाज कर रहे झोलाछाप डॉक्टरों को भी बख्शा नहीं जाएगा।