जैसे-जैसे जंगल कटते जा रहे हैं, जंगली जानवरों और इंंसानों में दूरी घटती जा रही है। यही वजह है कि गांवों की इंसानी बस्तियो में जंगली जानवरों की मौजदूगी की बढ़ती जा रही हैं। ऐसा ही शहड़ोल जिले मुख्यालय से लगे रिहयसी इलाके एक गांव नदना में तेंदुए के तीन बच्चे लावारिस स्थिति में मिले,जैसे ही लोगों को इसकी खबर लगी, उन्होंने फौरन वन विभाग को इसकी सूचना दी, वन कर्मीयो की देख रेख में तेंदुए के शावक को रखा गया है। तेंदुए के नंन्हे शावको की वीडियो सोसल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है।
शहड़ोल में तेंदुए के इंसानी इलाकों में घुसपैठ की खबरें बढ़ती जा रही हैं। इसी बीच ज़िला मुख्यालय के जंगल से लगे ग्राम नदना में उस वक्त हलचल हुई जब रिहयसी इलाके में तेंदुए के तीन शावक देखने को मिले , दरअसल शहडोल जिले के सोहागपुर वन क्षेत्र से सटे बाहरी इलाके में ग्राम नंदना में ग्रामीणों को तेंदुए की तीन नंन्हे शावक मिले, जैसे ही इस बात की जानकारी लोगो को लगी शावकों को देखने लोगो की भीड़ इकट्ठी हो गई, और लोग इस नन्हे शावकों की हलचल चहलकदमी की इस पल को अपने मोबाइल में कैद कर लिये, ग्रामीणों को लगा की ये बिल्ली के बच्चे होंगे लेकिन जब जानकारी लगी तो ग्रामीणों के पसीने छूट गए.तेंदुए के नंन्हे शावको की वीडियो सोसल मीडिया में तेजी से वायरल हो रही है। ग्रामीणों ने इसकी खबर फौरन वन विभाग को इसकी सूचना दी, वन कर्मीयो की देख रेख में तेंदुए के शावक को रखा गया है।
एसडीओ बादशाह रावत ने बताया कि तेंदुए के शावकों की सुरक्षा में किसी भी प्रकार की चूक न हो, इसके लिए समुचित प्रबंध किए गए हैं। वन विभाग के अधिकारी मौके पर पहुंचे हैं और ग्रामीणों को शावकों के पास जाने से मना कर रखा है। वन विभाग चारों तरफ घेराबंदी कर शावकों की निगरानी बनाए हुए हैं । वन विभाग के अधिकारियों का कहना है कि शावकों पास जाना खतरे से खाली नहीं है, हालांकि मामले की जानकारी बांधवगढ़ टाइगर रिजर्व की टीम को भी दी गई है।