उमरिया जिले की धार्मिक नगरी बिरसिंहपुर पाली में स्थित कलचुरी कालीन मां बिरासिनी में वर्ष के दोनों नवरात्रों में विशाल जवारा जुलूस निकलता है इस जवारे जुलूस की ख्याति आसपास के सभी प्रदेशों में भी है और दोनों सीजनों में दूर-दूर से लोग यहां आते हैं और अपनी मन्नत पूरी होने के बाद जवारे भी माता जी के चरणों मे स्थापित करवाते है वही बीते के दो वर्ष पूर्व इन जवारों के व्यवस्थित विसर्जन हेतु पाली नगर पालिका के द्वारा लगभग 73.76 लाख की लागत से इस जवारे विसर्जन कुण्ड का कार्य प्रारम्भ किया गया लेकिन पाली नगर पालिका के जिम्मेदारों के कारण आज बीते दो वर्षों बाद भी यह जवारा विषर्जन कुण्ड का कार्य अधर मे लटका हुआ नजर आ रहा है।
यह भी पढ़ें : इंजीनीयर्स डे पर महान अभियंता मोक्षगुंडम विश्वेश्वरैय्या को किया गया नमन
वही जब इस मामले में पड़ताल की गई तो जानकारी मिली कि विसजर्नकुंड में जो पत्थर लगाए जाने हैं उनको लेकर ठेकेदार और इंजीनियर के बीच बात नहीं बन पा रही है इस मामले में जब जानकारी ली गई तो पता चला कि जिन पत्थरों को पिचिंग में लगाने के लिए ठेकेदार ने विसर्जन कुंड के पास डंप किया हुआ है उसे पाली इंजीनियर संतोष पांडे के द्वारा अमानत बताया जा रहा था लेकिन जब उन्हें पत्थरो के सैंपल को लेकर शहडोल संभाग के संयुक्त संचालक कार्यालय में अरविंद शर्मा ( ई ) के पास जब ठेकेदार पहुंचे तो उन्हें पत्थर को पास कर दिया, वही देखने वाली बात तो यह है की आगामी 15 अक्टूबर से शारदेय नवरात्र प्रारंभ हो रही है निर्माण की गति को देखकर लगता है कि इस वर्ष भी जवारे विसजर्न कुण्ड पूर्ण रूप से व्यवस्थित नही हो पाएगा।
यह भी पढ़ें : चंदिया वेयर हाउस के पास पलटी बस पढ़िए घायलों के नाम
1.5 से 2 माह लगेंगे
इस संबंध में जब नगर परिषद पाली के इंजीनियर संतोष पांण्डेय से जानकारी चाही गई तो उन्हें कहा की कार्य पूर्णता की ओर है लगभग डेढ़ से 2 माह का समय काम को पूर्ण करने में लगेगा।
देखने वाली बात तो यह है की 2 वर्षों से कछुए की गति से चल रहा जावरा घाट का निर्माण क्या तय समय में पूरा हो पाएगा यह कार्य यूं ही प्रगति पर बना रहेगा
यह भी पढ़ें : RPSC Recruitment 2023: सांख्यिकी अधिकारी के पदों पर निकली भर्ती पढ़िए पूरी जानकारी
नही होगा विद्युतीकरण
जानकारी यह भी मिल रही है कि विसर्जन कुंड के लिए जो अतिरिक्त विद्युतीकरण होना था उसे फिलहाल इंजीनियर नगर पालिका परिषद पाली के द्वारा रोक दिया गया है ऐसे तर्क दिए जा रहे हैं कि जो वहां विद्युत व्यवस्था वर्तमान में मौजूद है वह पर्याप्त है।
यह भी पढ़ें : List of Govt Job Opportunities: छूट न जाए सुनहरा मौका इस सप्ताह करिए आवेदन इन सरकारी नौकरियों में