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उमरिया जिले में लेप्टोस्पाईरासिस के 6 नए मरीजों की हुई पहचान अब तक 2 की हो चुकी है मौत 

उमरिया जिले में लेप्टोस्पाईरासिस बीमारी से दोनों की मौत होने के बाद में जिले का स्वास्थ्य अमला अलर्ट मॉड पर है। स्वास्थ्य विभाग के द्वारा व्रत को के घर के आसपास और उनके परिजनों का सैंपल लेकर आईसीएमआर लैब जबलपुर भेजा गया था जहां से जानकारी मिली है कि 6 लोगों में लेप्टोस्पाईरासिस पॉजिटिव पाया गया है।

हालांकि अभी सभी 6 जो पॉजिटिव पाए गए हैं उन्हें जिला चिकित्सालय के डॉक्टर की देखरेख में उनका इलाज जारी है जरूरत पड़ने पर उन्हें जिला चिकित्सालय उमरिया में एडमिट किया जाएगा।स्वास्थ्य विभाग के द्वारा इसकी जानकारी विटनरी और वन विभाग को भी दे दी गई है

लेप्टोस्पाइरासिस क्या है :-

लेप्टोस्पाइरासिस का कारण बनने वाले वैक्टीरिया संक्रमित जानवरों मुख्य रूप से चूहा एवं कई तरह के अलग-अलग जंगली और घरेलू जानवरों के मूत्र के माध्यम से फैलते है जो पानी या मिट्टी में मिल सकते है और वहां हप्तों से लेकर महीनों तक जीवित रह सकते है यह संक्रमित जानवरों से मनुष्यों को संक्रमित करते है। यह जूनोटिक बीमारी कहलाती है एवं यह गैर संक्रामक बीमारी है।

लेप्टोस्पाइरासिस के लक्षण :-

लेप्टोस्पाइरासिस दो चरणो में हो सकता है पहले चरण में रोगी को बुखार, ठण्ड लगना, सिर दर्द, मांस पेशियों में दर्द, उल्टी आना, दस्त लगना, घवराहट होना आदि होते है। कुछ समय के लिये रोगी ठीक हो सकता है लेकिन फिर से बीमार हो जाता है। दूसरे चरण में रोगी अधिक गंभीर होता है रोगी को किडनी या लीवर फेलियर या मैनिनजाइटिस हो सकता है।

लेप्टोस्पाइरासिस की जाँच :-

लेप्टोस्पाइरासिस बीमारी की जॉच हेतु आई.जी.एम. टेस्ट के द्वारा कन्फर्म किया जाता है। यह जॉच आई.सी.एम.आर. लैब जबलपुर में होती है। जिसकी रिपोर्ट 15 से 20 दिवस तक लैब द्वारा प्रदाय की जाती है।

लेप्टोस्पाइरासिस की रोकथाम :-

लेप्टोस्पाइरासिस का लैब टेस्ट पॉजिटिव आने के बाद डॉक्टर की सलाह अनुसार पैनीसिलीन और डाक्सीसाईक्लीन एन्टी वायोटिक एवं लक्षणो के आधार पर भर्ती कर समुचित उपचार किया जाता है।

समान्य जनता को सलाह :-

लेप्टोस्पाइरासिस बीमारी से सावधान रहने के लिये अपने-अपने घरों में मुख्यतः चूहों को पकड़ने हेतु चूहेदानी का इस्तेमाल करना एवं खाने-पीने की वस्तुओं को ढंककर रखना एवं बुखार आने पर नजदीकी अस्पताल में सम्पर्क कर खून की जाँच कराना अनिवार्य है। बीमारी का समुचित ईलाज संभव है। घबराने एवं डरने की आवश्यकता नही है। स्वयं दवाई लेने से बचना है, बीमारी के

लक्षण आने पर डॉक्टर की सलाह अनुसार उपचार लेना अत्यंत आवश्यक है।

उमरिया जिले में लेप्टोस्पाइरासिस बीमारी की स्थिति :-

दिनांक 23 मार्च को प्राप्त रिपोर्ट के आधार पर कुल 6 पॉजिटिव मरीज मिले हैं वही दिनांक 18.03.2024 को आई.सी.एम.आर. जबलपुर की लैब के द्वारा प्रदाय रिपोर्ट में लेप्टोस्पाइरासिस बीमारी के तीन पॉजिटिव मरीज उमरिया जिले के पाये गये थे. जिनकी जानकारी निम्नानुसार है :-

  • आर्या पटेल पिता श्री रामध्रुव पटेल उम्र 03 वर्ष निवासी ग्राम नौगवॉ विकासखण्ड मानपुर,जिसकी मृत्यु दिनांक 14.02.2024 मेडिकल कॉलेज जबलपुर में ईलाज के दौरान हो गई।
  • अजय बैगा पिता श्री रमाकान्त बैगा उम्र 13 वर्ष निवासी ग्राम सेमरा, विकासखण्ड मानपुर जिसकी मृत्यु दिनांक 21.02.2024 को मेडिकल कॉलेज जबलपुर में ईलाज के दौरान हो गई।

कपिल सचदेव पिता श्री महेश सचदेव उम्र 35 वर्ष, निवासी शांती मार्ग उमरिया, जो कि दिनांक 16.02.2024 से मेडिकल कॉलज जबलपुर में ईलाजरत है।

स्वास्थ्य विभाग द्वारा उपरोक्त तीनों मरीजों की घर पहुँचकर पुष्टि की गई एवं रैपिड रिस्पांस टीम के दल द्वारा पीड़ित मरीज के घर एवं उसके आस-पास के घरों में रहने वाले लोंगों की डोर टू डोर लेप्टोस्पाइरासिस बीमारी के लक्षणों की जानकारी ली जा रही है एवं जिन मरीजों में लक्षण पाये जा रहे है उनके ब्लड सेम्पल एकत्रित कर आई.सी.एम.आर. लैब जबलपुर में भेजे जायेगे। आर.आर.टी. टीम के द्वारा लोगों को समझाइस देने का कार्य भी किया जा रहा है।

Sanjay Vishwakarma

संजय विश्वकर्मा (Sanjay Vishwakarma) 41 वर्ष के हैं। वर्तमान में देश के जाने माने मीडिया संस्थान में सेवा दे रहे हैं। उनसे servicesinsight@gmail.com पर संपर्क किया जा सकता है। वह वाइल्ड लाइफ,बिजनेस और पॉलिटिकल में लम्बे दशकों का अनुभव रखते हैं। वह उमरिया, मध्यप्रदेश के रहने वाले हैं। उन्होंने Dr. C.V. Raman University जर्नलिज्म और मास कम्यूनिकेशन में BJMC की डिग्री ली है।

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