Bandhavgarh : बांधवगढ़ को यू ही नही बाघों का गढ़ कहते हैं , मध्यप्रदेश को टाईगर स्टेट का दर्जा दिलाने में अपनी महत्वपूर्ण भूमिका निभाने वाले बांधवगढ़ टाईगर रिजर्व क्षेत्र में राह चलते लोगो को वनराज के दर्शन हो जाते है,ऐसा ही एक वाक्या बांधवगढ़ में घटित हुआ जब सवारी से भरी बस टाइगर रिज़र्व से गुजर रही थी तभी बस में बैठे तमाम यात्रियों को परासी गेट के पास बफर फीमेल के साथ दो शावकों के दर्शन हो गए।
क्या है पूरा मामला :
दरअसल शहडोल जिले के व्योहारी से चलकर उमरिया की ओर आने वाली बस बांधवगढ़ टाइगर रिज़र्व के परासी गेट के पास लगभग 5 बजे पहुँची थी,तभी बस में सवार यात्रियों को सड़क किनारे की बाघ चलता हुआ दिखाई दिया,हालांकि बस चालक और कंडक्टर ने सूझबूझ का परिचय दिया और बस में सवार यात्रियों ने बाघों की चहलकदमी अपने मोबाइल कमरे में कैद कर ली और सोशल मीडिया में वायरल करने लगे।
देश विदेश से पहुँचते है पर्यटक:
बाँधवगढ़ टाइगर रिज़र्व में बाघ दर्शन के लिए पर्यटन वर्ष की शुरुआत एक अक्टूबर से हो जाती है और जून तक देश विदेश के पर्यटक बाघों का दीदार करने के लिए बाँधवगढ़ टाइगर रिज़र्व पहुँचते हैं।
बाघों की सघन आबादी के लिए प्रसिद्ध है बाँधवगढ़:
मध्यप्रदेश का उमरिया जिले के एक तिहाई क्षेत्र में बाँधवगढ़ टाइगर रिज़र्व का एरिया फैला हुआ है। पर्यटक यहां बाघ को आसानी से देख सकते हैं। वर्ष 2018 की बाघ गणना में बांधवगढ़ में 118-124 बाघों की उपस्थिति के आंकड़े मिले थे। बेहतर सुरक्षा के चलते विशेषज्ञ दावा कर रहे हैं कि 2022 की जनगणना में यह संख्या 150 से अधिक हो जाएगी। बांधवगढ़ को करीब से जानने वाले भी मानते हैं कि बांधवगढ़ के बाघ अनोखे हैं। वन्यजीव प्रेमी बांधवगढ़ को बाघों का स्वर्ग कहते हैं।