उमरिया जिले की विद्युत व्यवथाओ के लेकर विभाग के जिले के जिम्मेदार अधिकारी पारदर्शी विद्युत व्यवथाओ के लाख दावे कर लें लेकिन विभाग में एक ऐसा कुनबा भी है जिस कुनबे के कुछ लोग तमाम नियमों और विभाग की छवि को ताक में रखकर सतत वसूली अभियान जारी रखते हैं।
ताजा मामला उमरिया जिले के नौरोजाबाद नगरीय क्षेत्र का है जहाँ मीटर रीडर कदीर खान मीटर रीडिंग के एवज में ब्लैकमेलिंग का गोरखधंधा काफी दिनों से करते चले आ रहे हैं।रीडिंग बढ़ाकर अपडेट करने का खौफ दिखाकर मीटर धारकों से अतिरिक्त पैसे की मांग करना आम बात हो चुकी है।
नाम सार्वजनिक न किए जाने की शर्त पर दो कमरे का मकान बना कर रह रहे मीटर धारक ने बताया कि कदीर हर महीने अतिरिक्त पैसे माँगतें है। शिकायत किससे करें कोई सुनने वाला नही है।JE साब से बताते है तो कहते है क्यों देते हो।
खुली चोरी की पोल
मीटर रीडर कादिर ने अपने कार्यक्षेत्र में कई उपभोक्ताओं को बंद मीटर लगाकर उन्हें मनमानी बिजली खर्च करने की हरी झंडी दे रखे है। लेकिन उक्त मामले की पोल तब खुली जब मीटर रीडर कदीर का स्वास्थ्य खराब हुआ और उनके कार्यक्षेत्र में विभाग ने अन्य मीटर रीडर्स को काम का जिम्मा सौंपा।बात जब विभाग तक गई तो कदीर के कार्यक्षेत्र में मौजूद लगभग 800 में से कम से कम 300 से 350 बन्द मीटर बदल कर एक्टिव मीटर लगाए गए है।लेकिन अभी भी ऐसे कई उपभोक्ता है जिन्हें विभाग को आर्थिक नुकसान पहुँचाने के लिए कदीर ने खुला संरक्षण दे रखा है।
वसूली के आंकड़ों को आप ऐसे भी समझ सकते हैं कि अगर इन 350 मीटर धारकों से महीने में कम से कम ₹100 की वसूली भी अगर कदीर जी के द्वारा की जाती है तो यह आंकड़ा ₹35000 जाता है।हालांकि यह वसूली 200 से 250 की होती है।
उक्त मामला जब जिले के नवागत एसई योगेश उइके के संज्ञान में आया तो उन्होंने कहा जिले में ऐसी कई लोकेशन्स से शिकायतें प्राप्त हो रही है।मीटर रीडर्स जो लंबे अरसे से किसी क्षेत्र में कार्यरत हैं उनके कार्यक्षेत्र में बदलाव जल्द किया जाएगा। वही कदीर खान मीटर रीडर्स के मामले को भी संज्ञान में लेने की बात कही गई है।