कहा गई पाली के जवारों की वो पुरानी रौनक ? कहीं विप्लुत न हो जाए यह परम्परा 

उमरिया  जिले के बिरसिंहपुर पाली में मां विरासिनी के धाम से सायं काल मां काली की पूजा अर्चना पष्चात जवारा कलश जुलूस निकला, जो निर्धारित मार्गो से होते हुए स्थानीय सगरा तालाब पहुंचा जहां विधि विधान के साथ कलशों का विसर्जन किया गया । सर्व प्रथम कलेक्टर उमरिया धरणेन्द्र कुमार जैन ने मां काली की पूजा अर्चना की । इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक निवेदिता नायडू, विधायक मानपुर सुश्री मीना सिंह, अतिरिक्त पुलिसअधीक्षक प्रतिपाल सिंह महोबिया, एसडीएम पाली टी आर नाग, नगर पालिका अध्यक्ष शंकुतला प्रधान, पंडित प्रकाष पालीवाल, मंदिर के पुजारी सहित अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित रहे । मंदिर प्रांगण में गुदुम तथा लोक नृत्य की प्रस्तुति दी गई जिसकी सराहना उपस्थित जनों द्वारा की गई तत्पष्चात जवारा कलष मंदिर प्रांगण से प्रारंभ हुआ । मंदिर प्रांगण में विभिन्न धार्मिक कार्यक्रम आायेजित किए गए। 

वही नगर के वरिष्ठ समाजसेवी धीरेंद्र शर्मा ने चिंता जताते हुए कहा कि बिरसिंहपुर पाली नगर माता बिरासनी के जवारों के लिए आसपास के क्षेत्र सहित आसपास के जिलों में विख्यात है.लेकिन बहुत ही दुर्भाग्य के साथ कहना पड़ रहा है कि मंदिर प्रकरण में आस्था के अनुसार लोगों के द्वारा जवारे तो बोये गए थे लेकिन जवारों का उठाव नहीं हो पाया.पूर्व में जिस तरह से नगर भ्रमण जवारा जुलुस को कराया जाता था वह भी नहीं हो पाया.कहीं ना कहीं प्रशासन की नाकामी और उदासीनता का यह परिणाम है. अगर ऐसा ही चलता रहा तो भविष्य में कहीं यह परंपरा विलुप्त ना हो जाए. जवारों की संख्या जुलूस में काफी न्यूनतम थी.

 

 

 

 

Exit mobile version